2016-02-27 16:47:00

पाकिस्तान में ईसाई महिलाओं का जबरन धर्म परिवर्तन


लाहौर, शनिवार, 27 फरवरी 2016 (एशियान्यूज़): पाकिस्तान की दो काथलिक महिला ताहिरा एवं रीमा जिनका 2 दिसम्बर को काम से लौटते समय उनके घर के पास से अपहरण कर लिया गया था उन्हें जबरन शादी कर मुसलमान बनाया गया।  

विदित हो कि 21 वर्षीय ताहीरा तथा 20 वर्षीय रीमा का अपहरण कर दो मुसलमान लड़कों ने उनके साथ बलत्कार किया। बाद में उनके साथ जबरदस्त शादी की तथा इस्लामाबाद स्थित अपने घर में अलग रख दिया।

ब्रिटिश पाकिस्तानी क्रिश्चियन एसोसिएशन (BPCA) के अनुसार महिलाओं के विरूद्ध इस तरह की हिंसा के लिए सरकार कोई कर्रवाई नहीं कर रही है।

उन्होंने कहा कि इस तरह की जबरन शादी करने की प्रथा मुस्लिम देशों में वर्षों से चलती आ रही है जिसका कोई समाधान नहीं दिखाई पड़ रहा है। ताहिरा और रीमा का मुद्दा एक सटीक उदाहरण है। 11 फरवरी को ताहिरा उस घर से भागने में सफल हो गयी थी किन्तु उसके मुस्लिम पति ने पुलिस को केस दर्ज किया जिसके कारण पुलिस ने तत्काल ताहिरा के परिवार से छः सदस्यों को गिरफ्तार किया।

एशियान्यूज़ के अनुसार मानव अधिकार संगठन के दबाव के कारण अब ताहिरा के परिवार वालों को रिहा कर दिया गया है किन्तु उन्होंने आदेश दिया है कि ताहिरा को उनके पति को वापस किया जाए।

बी. पी. सी. ए की रिपोर्ट अनुसार कुछ दिनों पूर्व इसी तरह का मुद्दा सामने आया था। पाकिस्तान में शांति एवं एकता को प्रोत्साहन देने के लिए बने आयोग के आँकड़े अनुसार करीब 1,000 काथलिक लड़कियाँ हर साल मुसलमान लड़कों द्वारा अपहृत की जाती और जबरन विवाह द्वारा मुसलमान बनने के लिए मजबूर की जाती हैं।

उधर एशियाई मानवाधिकार आयोग ने भी एक केस दर्ज कर ताहिरा और रीमा को अपने परिवार में वापस करने की अपील की है। उन्होंने उनके अपहरण एवं बलत्कार करने वालों पर आपराधिक कार्यवाही करने की भी अपील की है।








All the contents on this site are copyrighted ©.