2016-02-24 12:20:00

"देऊस कारितास एस्त" की दसवीं वर्षगाँठ पर वाटिकन में अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन


वाटिकन सिटी, बुधवार, 24 फरवरी 2016 (सेदोक): परमधर्मपीठीय विश्व पत्र "देऊस कारितास एस्त" की दसवीं वर्षगाँठ पर वाटिकन में एक अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है।

"देऊस कारितास एस्त" अर्थात्  "ईश्वर प्रेम हैं", विश्व पत्र 2006 में प्रकाशित किया गया था। यह सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा रचित पहला विश्व पत्र था जिसमें उन्होंने यथार्थ प्रेम के मर्म को समझाया है।

"देऊस कारितास एस्त" विश्व पत्र की दसवीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में, "उदारता कभी ख़त्म नहीं होगी" शीर्षक से, वाटिकन के कल्याणकारी कार्यों का समन्वय करनेवाली परमधर्मपीठीय समिति "कोर ऊनुम" के तत्वाधान में, वाटिकन में 25 एवं 26 फरवरी को एक अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है।

वाटिकन द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि उक्त अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन करुणा को समर्पित जयन्ती वर्ष की कार्यक्रम सूची का हिस्सा है। इसका उद्देश्य वर्तमान विश्व में प्रस्तुत चुनौतियों को दृष्टिगत रख सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के विश्व पत्र "देऊस कारितास एस्त" के ईशश्स्त्रीय एवं प्रेरितिक परिप्रेक्ष्यों का परीक्षण करना है। साथ ही, कलीसिया के उदारता कार्यों में संलग्न कार्यकर्त्ताओं के लिये इसकी समसामयिकता को प्रकाशित करना है।

25 एवं 26 फरवरी को होनेवाले उक्त अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन में विश्व के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के प्रतिनिधियों सहित अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर काथलिक उदारता कार्यों में संलग्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।

25 फरवरी को "कोर ऊनुम" के सेवानिवृत्त अध्यक्ष कार्डिनल पौल कोरदेस ख्रीस्तयाग अर्पित कर सम्मेलन का उदघाटन करेंगे जबकि 26 फरवरी को दिव्य भक्ति एवं संस्कार सम्बन्धी परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल रॉबर्ट सारा ख्रीस्तयाग अर्पित कर सम्मेलन का समापन करेंगे।








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