2016-02-19 13:17:00

पुल के बजाय दीवार का निर्माण ख्रीस्तीयता नहीं


संत पापा फ्राँसिस मेक्सिको की छः दिवसीय प्रेरितिक यात्रा समाप्त कर 18 फरवरी को सकुशल रोम वापस लौट आये हैं वापसी यात्रा पर विमान में पत्रकारों के कई सवालों के जवाब दिये।

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 19 फरवरी 2016 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस मेक्सिको की छः दिवसीय प्रेरितिक यात्रा समाप्त कर 18 फरवरी को सकुशल रोम वापस लौट आये हैं वापसी यात्रा पर विमान में पत्रकारों के कई सवालों के जवाब दिये।

संत पापा फ्राँसिस ने आप्रवासियों को रोकने हेतु दीवार के निर्माण को गैरख्रीस्तीय कहा तथा तलाकशुदा लोगों की कलीसियाई जीवन में सहभागिता, गर्भपात एवं बाल यौन शोषण आदि विषयों पर बातें की।

संत पापा ने अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपबल्किन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल डॉनल्ड ट्रंप की आलोचना करते हुए उनकी ख्रीस्तीयता पर सवाल उठाया तथा कहा, ″एक ऐसा शख़्स जो पुल के बजाय दीवार बनाने की बात करे। जो लोगों को जोड़ने की के बजाय बांटने की बात करे। ऐसा शख़्स ईसाई हो ही नहीं सकता।"

फॉक्स न्यूज़ के अनुसार ″डॉनल्ड ट्रंप ने अमरीका में बिना कागज़ातों के रह रहे क़रीब एक करोड़ दस लाख शरणार्थियों को भी देश से बाहर निकालने की बात का समर्थन किया है। संत पापा के बयान के बाद ट्रंप ने अपने आपको 'एक सच्चा ईसाई' बताया है।″

संत पापा ने प्रेरितिक यात्रा के दौरान प्राधिधर्माध्यक्ष किरिल से मुलाकात में ग्रीक ऑथोडोक्स कलीसिया की प्रतिक्रिया पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने संयुक्त घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किये जाने पर यूक्रेन के ग्रीक काथलिकों की प्रतिक्रिया के बारे कहा कि एक फ्राँसीसी पत्रकार द्वारा उठाये गये सवाल कि संयुक्त घोषणा पत्र ″एक रूसी नीति के समर्थन में एक राजनीतिक दस्तावेज़″ है उन्होंने कहा कि यह उनकी गहरी निराशा एवं धोखा किये जाने के अनुभव के कारण उत्पन्न हुई है क्योंकि यूक्रेन के लोग भी युद्ध से पीड़ित हैं। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि किसी भी घोषणा को ठीक से समझने के लिए उसकी व्याख्या को समझना अनिवार्य है।

प्राधिधर्माध्यक्ष के साथ व्यक्तिगत मुलाकात के संबंध में संत पापा ने कहा कि वे भाई की तरह एक दूसरे से मिले, एक दूसरे का आलिंगन किया तथा दो घंटों तक बातें कीं जिसमें दोनों ने ईमानदारी से भाई की तरह विचार किया। संत पापा ने गुप्त बातें को प्रकट करने से इनकार करते हुए कहा कि जिसे गुप्त में किया गया उसे गुप्त ही रखा जाए।

संत पापा ने गर्भपात को अपराध कहा। उन्होंने कहा, ″गर्भपात कोई छोटा पाप नहीं है यह एक अपराध है। यह किसी को बचाने ने लिए दूसरे को मार डालना है। संत पापा ने इसकी तुलना माफिया से की। संत पापा ने कहा कि गर्भनिरोधक तथा गर्भपात के बीच किसी तरह का संदेह नहीं होना चाहिए।

संत पापा ने गर्भपात को धार्मिक नहीं किन्तु मानवीय और मेडिकल समस्या बतलाया। उन्होंने कहा, ″यह धार्मिक बुराई नहीं है, यह एक मानवीय बुराई है।″

परिवार तथा तलाक लोगों के पुनर्विवाह के संबंध में संत पापा ने कहा कि परिवार पर सिनॉड के बाद जो दस्तावेज तैयार किया गया है वह कुछ दिनों बाद प्रकाशित कर दिया जाएगा जो सिनॉड की सभी बातों की जानकारी प्रस्तुत करेगा। उन्होंने विवाह की तैयारी तथा बच्चों की देखभाल को बहुत महत्वपूर्ण बतलाया। टूक्टला में परिवारों से मुलाकात की याद करते हुए उन्होंने कहा कि पुनर्विवाह से घायल परिवारों को कलीसियाई जीवन के साथ जोड़ना को भी महत्वपूर्ण है।

तथापि, उन्होंने कहा कि कलीसिया में जोड़ने का अर्थ यह नहीं है कि उन्हें परमप्रसाद दिया जाए। उन्होंने कहा, ″मैं जानता हूँ कि पुनर्विवाहित साल में दो बार गिरजा जाते हैं तथा परमप्रसाद ग्रहण करना चाहते हैं जैसा कि यह कोई सम्मानित कार्य हो। उन्हें सभी दरवाजों से जोड़ने का अर्थ यह नहीं है कि वे परमप्रसाद ग्रहण करें क्योंकि यह विवाह के लिए एक घाव होगा तथा उन्हें मिलाने से रोक देगा।

संत पापा जॉन पौल द्वितीय के अमरीकी दर्शनशास्त्री अन्ना ताईमिनिका के बीच मित्रता की बात पर संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि एक महिला के साथ मित्रता पाप नहीं है। उन्होंने कहा, ″एक व्यक्ति जो एक महिला के साथ अच्छा संबंध स्थापित करना नहीं जानता उसमें किसी चीज का अभाव है।″ उन्होंने कहा, ″एक महिला के साथ प्रेममय संबंध जो आपकी पत्नी नहीं है वह पाप है। संत पापा एक व्यक्ति हैं उन्हें भी महिला के विचार की आवश्यकता है। उनके पास भी महिला के साथ स्वस्थ और पवित्र मित्रता के लिए हृदय है।″

संवाद दाताओं से बातचीत के अंत में संत पापा ने चीन का दौरा करने तथा अल अज़हर के इमाम के साथ मुलाकात करने की इच्छा जाहिर की। 








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