वाटिकन सिटी, सोमवार, 8 फरवरी, 2016 (सेदोक), इंग्लैण्ड के कार्डिनल विन्सेंट निकोल्स ने लंदन स्थिति कार्डिनल पोले काथलिक स्कूल सभागार में देह व्यापार के विरूध में कार्य करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
ज्ञात हो कि “ विश्व देह व्यापार के विरूद्ध जागरूरकता और प्रार्थना” की स्थापना सन् 2015 में सुडान की एक गुलाम लड़की जोसफिन बाकिता के नाम से घोषित किया गया, जो एक कनोसीयन सिस्टर के रूप में 2000 में संत घोषित की गई, जिसका पर्व 8 फरवरी को मनाया जाता है।
इस दिन की याद करते हुए इंग्लैण्ड के कार्डिनल ने कहा कि वे सोमवार को पूर्वी लंदन स्थिति कार्डिनल पोले काथलिक स्कूल सभागार में सम्मिलित होकर संत जोसफिन बाकिता की जीवनी पर विचार विमार्श करते हुए मानव देह व्यापार कार्य के महत्व पर चिंतन करेंगे जिससे इसे रोका जा सके। उन्होंने कहा कि यह दिन उनके धर्माप्रन्त में विशेष महत्व रखता है क्योंकि सम्पूर्ण धर्माध्यक्ष परिषद् इस कार्य पर विशेष बल देता है अतः एक विशेष प्रार्थना सभा में भाग लेकर वे देह व्यापार के विरूद्ध लड़ाई में प्रकाश डालेंगे। उन्होंने कहा कि यह दिन हम सभों को उन लोगों की मदद हेतु एक अवसर प्रदान करता है जो इसके शिकार हैं जिससे हम शोषण की भारी जंजीर को तोड़ कर उन्हें स्वत्रंता और सम्मान दिला सकें।
उन्होंने बतलाया कि संत पापा ने मानव देह व्यापार को “मानवता के शरीर में खुला घाव” की संज्ञा देते हुए इसे मानवता के विरूध शर्मनाक अपराध कहा है।
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