2016-02-06 16:03:00

करुणा के महान संत पाद्रे पीयो तथा संत लेओपोल्द वाटिकन में


वाटिकन सिटी, शनिवार, 6 फरवरी 2016 (वीआर अंग्रेजी): पाद्रे पीयो के नाम से विख्यात पियेत्रालचिना के संत पीयुस तथा संत लेओपोल्द मानदिक के पार्थिव शरीर को शुक्रवार शाम बड़ी भक्तिपूर्ण शोभायात्रा के साथ वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर लाया गया।

दोनों महान संत कापुचिन फ्राँसिसकन फ्रायर्स तथा पुरोहितों के धर्मसमाज से आते हैं जिन्होंने पाप-स्वीकार संस्कार द्वारा कलीसिया को अपना बड़ा योगदान दिया है। उनके पार्थिव शरीर को लौरा के सन सलवातोर गिरजाघर से संत पेत्रुस महागिरजाघर में बड़े सम्मान के साथ लाया गया।

उन्हें संत पापा फ्राँसिस की इच्छा पर करूणा के जयन्ती वर्ष के अवसर पर लाया गया है ताकि मेल- मिलाप संस्कार के प्रति विश्वासियों में रूचि एवं प्रेम को प्रोत्साहन दिया जा सके।

रोम के सन सलवातोर गिरजाघर में ख्रीस्तयाग के उपरांत संतों के पार्थिव शरीर को एक सुन्दर शोभायात्रा के साथ वाटिकन लाया गया जिसका स्वागत वाटिकन के महापुरोहित कार्डिनल अंजेलो कोमास्त्री ने किया जिन्होंने एक छोटी प्रार्थना के बाद शोभायात्रा का संचालन संत पेत्रुस महागिरजाघर की ओर किया। संतों के पार्शिव शव को संत पेत्रुस महागिरजाघर में तीर्थयात्रियों के दर्शन हेतु स्थापित कर दी गयी है।

संत पेत्रुस महागिरजाघर में संतों के पार्थिव शरीर को 11 फरवरी तक रखा जाएगा। 








All the contents on this site are copyrighted ©.