मुम्बई, शनिवार, 6 फरवरी 2016 (एश्यान्यूज): अंतरधार्मिक संबंधों के विशेषज्ञ फा. विक्टॉर एडविन एस. जे. ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया से कुछ तीर्थयात्री भारत की राजधानी दिल्ली पहुँचेंगे। वे विभिन्न धार्मिक समुदायों के सदस्य हैं जो अपने देश में अलग-अलग धर्मों के लोगों के बीच संबंध स्थापित करने का प्रयास करते हैं।
5 फरवरी को एशियान्यूज़ से बातें करते हुए उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया का एक तीर्थयात्री दल देश के विभिन्न हिसों का दौरा करेगा। उन्होंने बतलाया कि उनके कार्यक्रमों में प्रमुख है, 7 फरवरी को दिल्ली के महागिरजाघर में ख्रीस्तयाग समारोह में भाग लेना तथा दिल्ली के फतेहपुरी मस्जिद के इमाम मुफ्ती मुकाराम अहमद से मुलाकात। उसी शाम वे विख्यात इस्लामिक विद्वान मौलाना वहिदूद्दीन खान से भी मुलाकात करेंगे।
कार्यक्रम की सूची अनुसार तीर्थयात्रियों का मकसद विभिन्न धार्मिक समुदायों के अधिकारियों से मुलाकात करना है। फादर एडविन ने कहा कि दूसरे दिन की शुरूआत भी ख्रीस्तयाग से की जायेगी, उसके बाद हजरत निजामुद्दीन दरगाह और हुमायूँ के कब्रस्थान का दर्शन तथा उन स्थानों में मुस्लिम धार्मिक पाठों का पठन, प्रार्थना एवं चिंतन साथ ही विभिन्न लोगों से मुलाकात भी।
तीर्थयात्रा में ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख धार्मिक नेता भाग ले रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया काथलिक विश्वविद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता माननीय जोन दूपूके जो मेलबॉर्न महाधर्मप्रांत में काथलिक अंतरधार्मिक वार्ता समिति के अध्यक्ष हैं तथा उनके साथ चार अन्य सदस्य हैं जिनमें काते दाद्दो जो बुद्धिस्ट मेडिटेटिव प्रैक्टिस की एक काथलिक छात्रा है।
तीन अन्य लोग हैं, मिशनरी सिस्टर्स ऑफ सर्विस की धर्मबहन सि. कोर्री वॉन बोस्क, फा. निकोलास दी ग्रूट एस. वी. डी तथा फादर रॉबर्ट स्टिकलैंड।
इस तीर्थयात्रा का समापन 8 फरवरी को दिल्ली में होगी जहाँ वे शांति के लिए अंतरधार्मिक वार्ता संगठन और हेनरी मार्टिन संस्थान के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।
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