2016-01-25 15:32:00

भोपाल के महाधर्माध्यक्ष ने धर्मांतरण विरोधी कानून के दुरुपयोग पर आवाज उठायी


भोपाल, सोमवार, 25 जनवरी 2016 (ऊकान): भोपाल के काथलिक महाधर्माध्यक्ष लेओ कॉर्नेलियो ने कहा कि तथाकथित धर्मांतरण विरोधी कानून का मध्यप्रदेश में दुरुपयोग हो रहा है जहाँ ख्रीस्तीयों पर जबरन धर्मांतरण के झूठे इल्जाम लगाये जाते हैं।

उन्होंने ऊका समाचार से कहा, ″फ्रिंजी दल बीजेपी के सत्ता में होने का फायदा उठा रही है।″

गौरतलब है कि महाधर्माध्यक्ष का कथन उस समय आया जब मुम्बई के काथलिक सेकुलर मंच द्वारा वार्षिक रिपोर्ट पेश किया गया जिसमें बतलाया गया कि 2015 में अल्पसंख्यकों पर आक्रमण में मध्यप्रदेश सबसे अधिक हुआ है।

उन्होंने कहा, ″मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मनसा ठीक है किन्तु यह अत्यन्त अल्प है जब फ्रिज़ दल यह सोचती है कि सरकार उसकी है।

मध्यप्रदेश में धर्म की स्वतंत्रता अधिनियम को लागू हुए करीब 50 साल हो चुके हैं जबकि 2013 में इसपर संशोधन किया गया है जिसके तहत धर्मांतरण करने के पूर्व सरकार से अनुमति मांगना है और यदि किसी तरह की जबरजस्ती की जाए तो जेल की भी सज़ा का प्रावधान है।

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि सभी धर्मों में चरमपंथी पाये जाते हैं किन्तु इसके लिए धर्म पर दोष नहीं लगाया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ″हज़ारों विद्यार्थी ईसाई स्कूलों में अध्ययन करते हैं किन्तु कितने लोग धर्मांतरण की शिकायत करते हैं? लोग अपने लिए धर्मों का चयन करने हेतु स्वतंत्र हैं।″  

उन्होंने जोर दिया कि उनके लिए धर्मांतरण नहीं किन्तु मानवीय सेवा का स्थान प्रथम है।








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