2016-01-23 15:38:00

आत्म रक्षा करने का अधिकार सभी को


मनिला, शनिवार, 23 जनवरी 2016 (ऊकान): फिलीपींस के धर्माध्यक्ष अंजेलितो लम्पोन ने कहा कि मिनदनाओं के मुसलमान, ख्रीस्तीय तथा आदिवासियों को आतंकवादियों से अपनी रक्षा करने का अधिकार है किन्तु वे खुद दैत्य बनने से बचें।

धर्माध्यक्ष ने यह बात ख्रीस्तीयों के एक दल द्वारा इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों से समुदाय की रक्षा हेतु हथियारबंद होने की घोषणा जारी किये जाने पर कही।

उन्होंने ऊका समाचार से कहा, ″मैं सोचता हूँ कि कोई भी चाहे वह मुसलमान हो, ख्रीस्तीय अथवा लुमद उन्हें अपनी रक्षा करने का पूर्ण अधिकार है जब तक कि वह खुद राक्षस या अत्याचारी न बन जाए। "

विदित हो कि करीब मीनदनाओं प्रांत के केंद्र में 300 सशस्त्र ख्रीस्तीयों ने ‘रेडस एवं फिलीपींस ज़िदाबाद’ का नारा लगाते हुए आई एस के झंडे को जला डाला।

उनका कहना था कि वे मग्वीदानाओ तथा सुलतान कुदर प्रांत में आक्रमण के कारण इस्लामी स्वतंत्रता सेनानियों के आक्रमणों का जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं।

दिसम्बर में इस प्रांत में आई एस के आतंकवादियों के आक्रमण में 14 लोगों की जाने गयी थी जिसमें 9 ख्रीस्तीय थे और साथ ही 4 हजार लोगों को विस्थापित होना पड़ा था।

ऊका समाचार के अनुसार आक्रमण की जिम्मेदारी आई एस ने ली थी।

धर्माध्यक्ष ने 21 जनवरी को ऊका समाचार से कहा, ″यह ख्रीस्तीयों द्वारा एक निराशाजनक पहल है जो आक्रमण के शिकार हो रहे हैं।″

उन्होंने कहा कि मीनदनाओं में हो रहे आक्रमण को रोकने के लिए सरकार का प्रयास पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार नागरिकों की रक्षा करने में सक्षम होती तो हथियारबंद दल के गठन जैसी नौबत नहीं आती किन्तु चूँकि वे असहाय महसूस कर रहे हैं यह उनकी ओर से आत्म रक्षा का एक प्रयास है।








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