2016-01-21 15:52:00

ईर्ष्या और जलन हमारे समुदायों को नष्ट कर देते


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 21 जनवरी 2016 (वीआर सेदोक): ″ईर्ष्या एक बुरी भावना है जो हृदय में जंगली घास की तरह बढ़ती है। यह खुद बढ़ती है किन्तु अच्छाईयों को बढ़ने से रोकती।″ यह बात संत पापा फ्रांसिस ने बृहस्पतिवार 21 जनवरी को वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में कही।

 

कुँवारी एवं शहीद संत अग्नेस के पर्व दिवस पर उन्होंने प्रवचन में ईर्ष्या और जलन की भावनाओं से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्रभु ने उससे बचने हेतु प्रार्थना की थी जो ख्रीस्तीय समुदायों में भी पाया जाता तथा ऐसी भाषा का प्रयोग करती है जो दूसरे को मार डालता है।

प्रवचन में संत पापा ने सामुएल के ग्रंथ से लिए गये पाठ पर चिंतन किया जहाँ साऊल इस्राएल के राजा दाऊद पर ईर्ष्या करता है। उन्होंने कहा, ″फिलीस्तीन पर विजय के बाद स्त्रियों ने नाचते और गाते हुए राजा दाऊद का स्वागत किया।″ साऊल ने हज़ारों को मारा किन्तु दाऊद ने दस हज़ार को मारा।″ इसके बाद साऊल राजा दाऊद को संदेह की नजर से देखने लगा तथा यह सोचने लगा कि दाऊद विश्वासघात कर सकता है। इस विचार से वह दाऊद से जलने लगा।

संत पापा ने कहा कि जलन की भावना ईर्ष्या की ओर ले जाती है। ईर्ष्या बुरी है क्योंकि यह जंगली घास की तरह बढ़ती किन्तु अच्छाईयों को बढ़ने से रोकती है, जो कोई उसके सम्पर्क में आता है वह उसे चोट पहुँचाती है। यही कारण है कि साऊल दाऊद को मार डालना चाहता था। बाईबल में कहा गया है कि शैतान की ईर्ष्या के कारण मृत्यु संसार में आयी।

संत पापा ने कहा कि ईर्ष्या हमारे समुदायों को नष्ट कर देता है। वह एक दूसरे को सहन नहीं कर सकता। यह एक पीड़ित हृदय है जो दूसरों की मृत्यु चाहता है।

उन्होंने यह गौर किया कि ईर्ष्या की भावना से हम भी अच्छूते नहीं हैं उन्होंने कहा, ″हमें ईर्ष्या की भावना जो अपने आप का विनाश करती उसे देखने के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। ईर्ष्या के कारण बात शुरू होती है तथा ऐसी भाषा का प्रयोग किया जाता है जिसमें मार डालने की भी शक्ति होती है।″

उन्होंने आत्म जाँच करने की सलाह दी। ईर्ष्या करने वाला कभी खुश नहीं रहता क्योंकि अच्छाई भी उसे अपने विरूद्ध प्रतीत होता है। पिलातुस जो बुद्धिमान था किन्तु डरपोक उसने येसु को मृत्यु दण्ड दिलाया। संत पापा ने विश्वासियों को प्रार्थना करने की सलाह दी ताकि हम किसी पर ईर्ष्या न करें।  








All the contents on this site are copyrighted ©.