2016-01-13 10:29:00

चर्च भूमि जब्त होने के कारण बांगलादेश के लगभग 500 ख्रीस्तीय भूख हड़ताल पर


बारीसाल, बुधवार, 13 जनवरी 2016 (ऊका समाचार): बांगलादेश के बारीसाल में लगभग 500 प्रॉटेस्टेन्ट ख्रीस्तीयों ने एक ऐतिहासिक गिरजाघर की भूमि जब्त कर लिये जाने के उपरान्त रविवार को भूखहड़ताल कर प्रदर्शन किया।

एशियान्यूज़ को चर्च ऑफ बांगलादेश के फादर शांति मोन्डल ने बताया, "गिरजाघर के निकट स्थित तालाब की भूमि सरकार ने जब्त कर ली है तथा हम सरकार के निर्णय का विरोध करने के लिये भूख हड़ताल पर हैं।"

बरिसाल के अश्विनी कुमार भवन के सामने ख्रीस्तीयों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जिसमें लगभग 500 प्रॉटेस्टेन्ट ख्रीस्तीयों के अतिरिक्त कई काथलिक पुरोहितों तथा अन्य ख्रीस्तीय सम्प्रदायों के अनुयायियों ने भी भाग लिया।

फादर मोन्डल ने बताया कि उक्त तालाब सन् 1849 ई. में निर्मित सेन्ट पीटर्स गिरजाघर के अन्तर्गत आता है जिसे पहले बपतिस्मा संस्कार प्रदान करने के लिये प्रयुक्त किया जाता था किन्तु अब यह पानी पीने का महत्वपूर्ण स्रोत बन गया है।

उन्होंने कहा, "यह गिरजाघर का ऐतिहासिक तालाब है जिसे स्थानीय वकील एक दस मंज़िला इमारत में परिणित करना चाहते हैं। सरकार ने इस भूमि को जब्त कर लिया है, हालांकि हमारे पास इसके सभी अनिवार्य कागज़ात मौजूद हैं तथा नियमित रूप से हम इसका शुल्क अदा करते आये हैं।"

यह कहते हुए कि सरकार का निर्णय पूर्णतः अवैध है फादर मोन्डल ने बताया कि बारीसाल के लोक निर्माण विभाग ने 150 वर्ष पुराने उक्त तालाब को भर दिया है ताकि उसपर एक न्यायिक मैजिस्ट्रेट अदालत का निर्माण किया जा सके।  

बारीसाल के लोक निर्माण विभाग के कमिश्नर को अर्पित एक याचिका में ख्रीस्तीय प्रदर्शनकारियों ने लिखाः "कृपया हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुँचायें।"   








All the contents on this site are copyrighted ©.