2015-12-31 16:42:00

गाना अच्छा है आत्मा के लिए


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 31 दिसम्बर 2015 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार 31 दिसम्बर को वाटिकन स्थित पौल षष्ठम सभागार में पुएरी कन्तोरेस गायकों के 40 वेँ अन्तरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने हेतु रोम में एकत्र करीब 6000 युवाओं से मुलाकात कर उनके कई सवालों का उत्तर दिया।

संत पापा ने युवाओं के प्रश्नों, ″हमारे संगीत को आप क्या सोचते हैं, क्या आप गाना पसंद करते हैं, आप कैसे अच्छे बने रह सकते हैं, नूतन वर्ष के लिए आपका क्या संकल्प है?″ आदि का जवाब देते हुए कहा कि वे गाना तो चाहते, पर गा नहीं सकते हैं किन्तु संगीत सुनना अवश्य पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि संगीत आत्मा को शिक्षा प्रदान करती है अतः आत्मा के लिए गाना अच्छा है। उन्होंने संत अगुस्तीन का हवाला देते हुए कहा, ″गाते चलो। ख्रीस्तीय जीवन एक यात्रा है, एक सुखद यात्रा जिसके कारण वह गाती है।″

संत पापा ने युवाओं को सलाह देते हुए कहा, ‘कान्ता ए कम्मीना’ अर्थात गाते जाओ, इस प्रकार तुम्हारी आत्मा सुसमाचार के आनन्द का रसास्वादन करेगी।″

युवाओं के दूसरे सवाल का उत्तर देते हुए संत पापा ने कहा कि केवल ईश्वर अच्छे हैं। उन्होंने कहा कि आदि पाप के कारण हम अच्छे होते हुए भी बुराई की ओर झुक जाते हैं। अच्छा बनने के लिए संत पापा ने युवाओं को अच्छाईयों के स्रोत ईश्वर के करीब आने का परामर्श दिया।  

संत पापा से पूछे जाने पर कि क्या वे कभी क्रुद्ध नहीं होते, उन्होंने कहा कि वे निश्चय ही क्रुद्ध होते हैं किन्तु उसके अनुसार प्रतिक्रिया नहीं करते। उन्होंने कहा, ″हाँ, मैं गुस्सा होता हूँ किन्तु काटता नहीं।″ उन्होंने कहा कि उन्हें कई बार नाराजगी होती है किन्तु दूसरों पर नाराज होने का कोई अधिकार नहीं है। संत पापा ने कहा कि क्रोध नहीं करना चाहिए बल्कि सभी के साथ भाई और बहन की तरह व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने क्रोध को आत्मा का जहर कहा जो आत्मा को घायल कर देता है।

नूतन वर्ष में अपने संकल्प के बारे बतलाते हुए संत पापा ने युवाओं से कहा कि वे अधिक प्रार्थना करेंगे। उन्होंने कहा, ″क्योंकि मैं यह अनुभव करता हूँ कि धर्माध्यक्ष एवं पुरोहित ईश प्रजा का संचालन करते हैं, विशेषकर, प्रार्थना द्वारा क्योंकि यह श्रेष्ठ सेवा है।″

उन्होंने युवाओं से भी आग्रह किया कि वे कलीसिया के लिए प्रार्थना करें।








All the contents on this site are copyrighted ©.