2015-12-23 12:21:00

कन्धामाल दंगों की रिपोर्ट ओडिशा सरकार के समक्ष प्रस्तुत


कन्धामाल, बुधवार, 23 दिसम्बर 2015 (सेदोक): कन्धामाल में ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा की जाँच पड़ताल के लिये ओडिशा सरकार द्वारा गठित न्यायमूर्ति ए.एस.नायडू आयोग ने मंगलवार को राज्य सरकार के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी।

2008 में ओडिशा के कन्धामाल में एक हिन्दु चरमपंथी नेता की हत्या के बाद ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा का दौर चला जो कई माहों तक जारी रहा था। इसमें लगभग 100 व्यक्तियों की हत्या कर दी गई थी, कई गिरजाघरों एवं ख्रीस्तीय आवासों को आग के हवाले कर दिया गया था तथा लगभग 50,000 ख्रीस्तीय धर्मानुयायी अपने घरों के परित्याग के लिये बाध्य किये गये थे।

आईएएऩएस समाचार ने प्रकाशित किया कि नायडू आयोग के सचिव ए.के. पठनाईक ने 1020 पृष्ठों वाली रिपोर्ट गृहसचिव आसित त्रिपाठी के सिपुर्द कर दी है।  

पठनाईक ने बाद में पत्रकारों को बताया कि जाँच पड़ताल से पता चला कि 825 हलफनामें पेश किये गये थे जबकि आयोग ने 300 गवाहों के बयान सुनें। इन गवाहों में 78 सरकारी कर्मचारी तथा 222 सामान्य जन थे। उन्होंने कहा कि आयोग ने जाँचपड़ताल के दौरान लगभग 4000 पृष्ठोंवाले दस्तावेज़ों की शिनाख्त की।

इस बीच, आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति ए.एस.नायडू ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र में शांति बनाये रखने के लिये सरकार को कुछ सुझाव दिये हैं। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने दंगों को नियंत्रण में रखने के लिये भी कई कठोर कदम उठायें हैं।








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