2015-12-21 14:51:00

मदर तेरेसा मेरे लिए ईश्वर के समान हैं, मोनिका बेसरा


कोलकता, सोमवार, 21 दिसम्बर 2015 (ऊका न्यूज) “मदर तेरेसा मेरे लिए ईश्वर के समान हैं”  यह बात कैंसर से चंगाई प्राप्त 50 वर्षीय मेनिका बेसरा ने कही।

वाटिकन द्वारा धन्य मदर तेरेसा की संत घोषणा से सारी दुनिया हर्षित है और इस खुशी में सम्मिलित होते हुए मेनिका ने अपनी चंगाई को याद किया और अपने को धन्य कहा क्योंकि उनकी चंगाई ने सन् 2003 में मदर तेरेसा को संत घोषित करने हेतु मार्ग प्रशस्त किये।

डिम्बग्रन्थि कैंसर से पीड़ित, कभी मृत्यु के एकदम करीब रहने वाली मेनिका ने बतलाया कि उन्हें 1998 में मदर तेरेसा की मृत्यु की पहली सालगिरह पर चमत्कारिक चंगाई प्राप्त हुई। उन्होंने कहा, “जब मैं मदर के तस्वीर की ओर निहार रही थी मैंने एक किरण को उनकी आँखों से निकलते देखा और मैं बेसुध हो गई। जब मैं दूसरे दिन उठी तो मुझे गाँठ से छुटकारा मिल चुकी थी।” पश्चिम बंगाल के दक्षिणी दीनजापुर की आदिवासी महिला बेसरा ने बातलाया कि यह 5 सितम्बर 1998 की पुण्य रात थी।

अपने पाँच बच्चों के साथ वर्तमान में कोलकता से 400 कि.मी दूर नाकोर गांव में रह रही बेसरा ने कहा कि मदर तेरेसा मेरे लिए भगवान के समान हैं, वे संत हैं। उन्हें मदर तेरेसा के धन्य घोषणा समारोह में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था उनकी चाह है कि वे सन् 2016 में उनकी संत घोषणा समारोह में भी सहभागी हो। उनका कहना है कि यह मदर तेरेसा की कृपा है की मैं स्वस्थ्य और खुशहाल जीवन जी रही हूँ। मेरा जीवन परिपूर्ण हो जायेंगा यदि मुझे उनके संत घोषणा के साक्ष्य में शमिल होने का मौका मिले। 








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