2015-12-19 15:37:00

धन, घमंड तथा अभिमान मुक्ति के रास्ते नहीं


रोम, शनिवार, 19 दिसम्बर 2015 (एशियान्यूज़): संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार को रोम के तेरमिनी रेलवे स्टेशन स्थित करीतास केंद्र का दौरा किया। उन्होंने तेरमिनी स्थित करीतास केंद्र को शहर के सभी करीतास केंद्रों का प्रतिनिधि मानते हुए, करुणा की जयन्ती हेतु पवित्र द्वार खोला तथा ख्रीस्तयाग अर्पित किया।

करीब 200 विश्वासियों के बीच ख्रीस्तयाग प्रवचन में संत पापा ने धन, घमंड तथा अभिमान के रास्ते को मुक्ति के रास्ते पर बाधा बतलाया।

उन्होंने कहा, ″धन, घमंड तथा अभिमान मुक्ति के रास्ते नहीं हैं क्योंकि जब हमारे अंतिम न्याय का समय आयेगा, स्वर्ग के द्वार को खोलने का समय, तो येसु हमें कहेंगे कि मैं जब भूखा था तुमने मुझे खिलाया, मैं जब परदेशी था तुमने मुझे आश्रय दी मैं बीमार था, तुमने मेरी सेवा की एवं जब मैं कैदी था तुम मुझसे मिलने आये।″

संत पापा ने कहा कि हममें त्याग की भावना होनी चाहिए क्योंकि ईश्वरीय दया पर हमारा अधिकार नहीं है। केवल वे ही हमें दया तथा कृपा प्रदान करते हैं जिसे प्राप्त करने के लिए हमें परित्यक्त, ग़रीब तथा आवश्यकता में पड़े लोगों के करीब आना है।

संत पापा ने कहा, ″ईश्वर हमें बचाने आते हैं किन्तु उन्होंने हमारे साथ रहने एवं हमारे जीवन  में सहभागी होने का कोई उत्तम रास्ता नहीं पाया। उन्होंने बड़े शहर, महान सम्राट, राजकुमारी या महत्वपूर्ण व्यक्ति को नहीं चुना। अपने जन्म के लिए उन्होंने कोई आलीशान महल नहीं चुना बल्कि एक साधारण लड़की मरियम को चुना, जो एक छोटे गाँव की थी जिसे कोई नहीं जानता था।″

संत पापा ने पवित्र द्वार खोलते हुए दो चीजों के लिए प्रार्थना की, कि प्रभु सभी का हृदय द्वार खोल दे जिससे कि हम प्रभु की वाणी सुन सकें। दूसरा कि प्रभु हमें यह समझने की कृपा प्रदान करे कि झूठ, समृद्धि, घमंड और अभिमान मुक्ति के रास्ते नहीं हैं। 








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