2015-12-18 17:05:00

संत पापा फ्राँसिस का चरनी और क्रिसमस ट्री उपकारकों ने नाम संदेश


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 18 दिसम्बर 2015, (सेदोक) संत पापा फ्राँसिस के संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में बने चरनी और क्रिस्मस ट्री के भेंट करने वाले को उनकी उदारता हेतु धन्यवाद दिया।

संत पापा ने जर्मनी और टोरन्टो के उपकारकों और चरनी की रूपसज्जा करने वाले युवाओं के एक दल का स्वागत करते हुए कहा कि आप के सिंगार आप के सपनों को ब्याँ करते हैं। आप के दिल की ये आकांक्षाएँ उचित स्थान पर हैं क्योंकि बेतलेहम के बालक येसु आप के दिल में आने वाले हैं। येसु न केवल दुनिया में आते बल्कि वे हमारे जीवन और हमारी चाहतों में सहभागी होने आते हैं। वे हमारे साथ रहते और हमारे जीवन में अभी भी रहना चाहते हैं। चरनी इसी बात की याद दिलाता है कि ईश्वर अपने प्रेम और दया में हमारे साथ सदैव रहने हेतु स्वर्ग से उतर कर आये। चरनी हमें यह भी याद दिलाता है कि वे हमारे साथ कभी जोर जबदस्ती नहीं करते। हमें बचाने के लिए उन्होंने साधारण, नम्र और दीनहीन बनना स्वीकार किया। ईश्वर के शक्तिशाली ऐतिहासिक परिवर्तन और कांति प्यारी नहीं है और न ही वे दुनिया की स्थिति को बदले ने हेतु अपनी जादुई चमत्कारों का प्रयोग करते हैं। लेकिन वे अपने को एक छोटा बालक बनाते हैं जिससे वे नम्रता से हमारे हृदयों को और अपनी निर्धनता से दुनिया को स्पर्श कर सकें जहाँ बहुत से लोग व्यर्थ धन जमा करने हेतु भाग दौड़ करते हैं।
 

संत फ्राँसिस के मनोभाव भी यही थे जब उन्होंने चरनी की खोज की। वे हमें अपनी आँखों से बेतलेहेम के बालक की याद दिलाते हुए यह देखने का निमंत्रण देते हैं कि कैसे वे हमारे लिए मुश्किल और गरीबी में जन्मे। चरनी का दृश्य हमारे लिए सरलता को सम्मानित करता, निर्धनता को ऊपर उठाता और नम्रता को माहिमान्वित करता हैं। मैं आप सबको चरनी के समाने उपस्थिति होने का निमंत्रण देता हूँ क्योंकि ईश्वर की कोमलता वहाँ से हमारे लिए आती है जहाँ हम ईश्वरीय दया पर मनन करते हैं जो मानव बन कर धरा पर आये जिसे हम उन्हें अपनी आँखों से देख सकें। इसके भी बढ़कर ईश्वर हमारे हृदयों को झकझोरना चाहते हैं। आप के ये सारे उपहार आज रात जगमगा दिये जायेंगे जिसे बहुत सारे लोग इसे देख सकें और अपने जीवन के दीये को प्रज्जालित करें।








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