2015-12-15 10:04:00

ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के शिकार भारतीयों के बीच करुणा की जयन्ती


मुम्बई, मंगलवार, 15 दिसम्बर 2015 (एशियान्यूज़): विश्वव्यापी काथलिक कलीसिया द्वारा घोषित करुणा को समर्पित जयन्ती वर्ष के उदघाटन समारोहों में रविवार को भारत के कटक-भूबनेश्वर, भोपाल और बैंगलोर में हज़ारों श्रद्धालु एकत्र हुए। रविवार को विश्व के विभिन्न धर्मप्रान्तों में धर्माध्यक्षों ने सन्त पापा फ्राँसिस द्वारा घोषित असाधारण जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में शोभायात्राओं एवं ख्रीस्तयाग समारोहों का सम्पादन कर करुणा को समर्पित जयन्ती वर्ष का शुभारम्भ किया।

कटक-भूबनेश्वर में कई वर्षों से ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा के शिकार बन रहे लगभग तीन हज़ार आदिवासी ख्रीस्तीय धर्मानुयायी, शहर के होली रोज़री मरियम महागिरजाघर में, उपस्थित हुए। महागिरजाघर के प्राँगण की ओर जानेवाले मार्ग पर महाधर्माध्यक्ष जॉन बरवा के नेतृत्व में उन्होंने सादरी लोकनृत्यों एवं भक्तिगीतों सहित शोभा यात्रा में भाग लिया। महाधर्माध्यक्ष बरवा ने इस अवसर पर काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष सन्त पापा फ्राँसिस का आदेश पत्र पढ़कर महाधर्मप्रान्त का पवित्र द्वार खोला तथा करुणा की जयन्ती का उदघाटन किया, जो, आगामी 20 नवम्बर तक जारी रहेगी।

रविवार को ही जहाँगीराबाद में भोपाल के महाधर्माध्यक्ष लियो कॉरनेलियो ने सन्त फ्राँसिस असीसी महागिरजाघर के पवित्र द्वार खोलकर जयन्ती वर्ष का उदघाटन किया। ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन में महाधर्माध्यक्ष लियो कॉरनेलियो ने कहा कि यह असाधारण जयन्ती वर्ष दया का वरदान है। उन्होंने कहा कि पवित्र द्वार से गुज़रने का अर्थ है ईश्वर की असीम दया की खोज करना जो सभी का आलिंगन करती तथा लोगों में अपने आप को प्रकट करती है।

महाधर्माध्यक्ष कॉरनेलियो ने आशा व्यक्त की कि इस वर्ष के दौरान सभी ख्रीस्तीय लोग ईश्वर की दया से मज़बूत बनें तथा मैत्री, न्याय एवं शांति पर आधारित समाज के निर्माण में योगदान दे सकें।

इसी बीच, रविवार को ही बैंगलोर के महाधर्माध्यक्ष बर्नार्ड मोरास ने फ्रेज़र टाऊन स्थित सन्त फ्राँसिस ज़ेवियर को समर्पित महागिरजाघर के पवित्र द्वार खोलकर जयन्ती वर्ष का उदघाटन किया तथा दया एवं प्रेम के कार्यों में संलग्न रहने का विश्वासियों को सन्देश दिया।    








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