2015-12-14 15:59:00

पिता के समान दयालु बनने की यात्रा है करुणा की जयन्ती वर्ष


वाटिकन सिटी, सोमवार, 14 दिसम्बर 2015 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने आगमन के तीसरे रविवार 13 दिसम्बर को रोम स्थित संत जोन लातेरन महागिरजाघर में ख्रीस्तयाग के पूर्व पवित्र द्वार खोलकर जयन्ती वर्ष का उद्घाटन किया।

उन्होंने प्रवचन में प्राचीन येरूसालेम शहर के लिए नबी सफान्या की भविष्यवाणी पर चिंतन करते हुए उसे समस्त कलीसिया एवं प्रत्येक व्यक्ति के लिए लागू बताया। उन्होंने कहा, ″आनन्द मनाओ, आनन्द का कारण है आशा, जो भविष्य को शांति से देख सकती है क्योंकि प्रभु ने सभी दण्ड माफ कर दिया है तथा हमारे बीच निवास करने का निश्चय किया है।

संत पापा ने कहा कि आगमन का तीसरा रविवार हमारा ध्यान ख्रीस्त जयन्ती की ओर खींचता है जो अति निकट है। हमें चिंता, किसी प्रकार की परेशानी और मानव जाति को दुःख देने वाली  हिंसा दुःखी नहीं कर सकती। प्रभु का आगमन हमारे हृदय को आनन्द से भर दे।

प्रेरित संत पौलुस नबी सफान्या की भविष्यवाणी पर बल देने हुए कहते हैं कि चूंकि प्रभु निकट हैं, हमें आनन्द मनाना तथा अपनी भद्रता द्वारा सभी लोगों को ईश्वर का सामीप्य एवं सेवा देना चाहिए।

संत पापा ने कहा कि हमने यहाँ एवं विश्व के सभी महागिरजाघरों का पवित्र द्वार खोल दिया है और यह छोटा चिन्ह आनन्द हेतु एक निमंत्रण है। यह महान क्षमाशीलता से शुरू होती है। यह ईश्वर की उपस्थिति एवं उनके पितातुल्य स्नेह को खोजने का समय है। जनता योहन से पूछती थी कि उन्हें क्या करने चाहिए, उसी तरह आज हमें भी यही सवाल पूछना है। योहन का जवाब जो आज हमारे लिए है न्याय पूर्ण जीवन जीने तथा जरूरतमंद लोगों की मदद करने की मांग करता है।

संत पापा ने विश्वासियों को स्मरण दिलाया कि उनकी एक बड़ी जिम्मेदारी है उन्होंने कहा, ″जो बपतिस्मा प्राप्त कर चुके हैं वे जानते हैं कि उनका एक महान समर्पण है, ख्रीस्त में विश्वास जो हमें जीवन भर की एक यात्रा हेतु प्रेरित करता है वह है पिता के समान दयालु होने की यात्रा। करुणा के इस द्वार से पार होने का आनन्द, स्वगत करने हेतु समर्पण एवं प्रेम का साक्ष्य देने से संलग्न है जो न्याय से बढ़कर असीम प्रेम प्रदर्शित करता है। संत पापा ने प्रार्थना की कि जो कोई करुणा इस पवित्र द्वार से पार होने वाले हैं वे ईश्वर के असीम प्रेम को समझ सकें और स्वीकार कर सकें जो जीवन की सृष्ट करता, परिवर्तन लाता एवं जीवन में सुधार कर सकता है।








All the contents on this site are copyrighted ©.