2015-12-12 15:55:00

पेरिस COP21 जलवायु शिखर सम्मेलन में संत पापा की भूमिका 'परिवर्तनकारी'


वाटिकन सिटी, शनिवार, 12 दिसम्बर 2015 (वीआर अंग्रेजी): पेरिस के जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में संत पापा फ्राँसिस द्वारा जो सहयोग प्राप्त हुआ वह "परिवर्तनकारी 'और' अद्भुत″ रहा, विशेषकर, विश्व पत्र ‘लाओदातो सी’ की प्रकाशना एवं बृहद विश्वासी समुदाय से प्राप्त समर्थन द्वारा।

पेरिस जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे डॉ. अलिसन डॉइग ने वाटिकन रेडियो से कहा, ″सम्मेलन का पहला सप्ताह कठिन था किन्तु इसमें प्रगति आई जब सभी दलों ने पूर्ण वार्ता में भाग लिया।″  

गंभीर मुद्दों पर अभी भी 1.5 और 2 डिग्री सेल्सियस के बीच उत्सर्जन लक्ष्य और वार्मिंग पर ऊपरी सीमा की स्थापना शामिल है। दूसरी, सकारात्मक विकास इस बात पर दिखाई दी कि देशों को विकसित अथवा विकासशील राष्ट्रों की श्रेणियों में विभाजित न कर व्यक्तिगत रूप से देखा गया।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रों के विकास हेतु एक जटिल मुद्दा था जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव के साथ आर्थिक रूप से निपटने हेतु तरीका खोजना, खासकर, उन देशों के लिए जो अनुकूलन करने में असमर्थ हैं।

डॉ. अलिसन डॉइग ने सम्मेलन की जानकारी देते हुए कहा कि अंततः संत पापा फ्राँसिस ने सम्मेलन में "परिवर्तनकारी 'और' अद्भुत″भाव लाकर, इसे अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

विदित हो सन्त पापा फ्राँसिस ने जलवायु परिवर्तन पर पेरिस में आयोजित विश्व शिखर सम्मेलन "कॉप 21" की पूर्व सन्ध्या नायरोबी में कहा था कि विश्व के नेताओं को जलवायु परिवर्तन एवं निर्धनता निवारण के लिये ऐतिहासिक समझौते पर सहमत होना चाहिये।








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