रोम, बुधवार, 9 दिसम्बर 2015 (सेदोक): रोम के पियात्सा स्पान्या में मंगलवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने निष्कलंक मरियम के महापर्व के उपलक्ष्य में मरियम के प्रति श्रद्धार्पण किया।
पियात्सा स्पान्या के इर्द-गिर्द इस अवसर पर लगभग 50,000 श्रद्धालु उपस्थित थे।
प्रति वर्ष आठ दिसम्बर को रोम के पियात्सा स्पान्या स्थित मरियम स्तम्भ के समक्ष रोम के परमाध्यक्ष पुष्पांजलि अर्पित करते हैं। पचास वर्षों से चली आ रही इसी परम्परा का पालन करते हुए मंगलवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने मरियम को पुष्पांजलि अर्पित की तथा रोम शहर एवं सम्पूर्ण कलीसिया के लिये उनसे आर्त याचना की। पियात्सा स्पान्या पर एकत्र कई बीमार लोगों से इस अवसर पर सन्त पापा ने मुलाकात की तथा उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान किया।
मां मरियम से उन्होंने इस प्रकार प्रार्थना की: "परिवारों के नाम पर, उनके दुःख कष्टों एवं आनन्द के क्षणों सहित मैं आपसे विनती करता हूँ, बच्चों एवं युवाओं के लिये मैं प्रार्थना करता हूँ जिनके समक्ष जीवन की महान चुनौतियाँ प्रस्तुत हैं। वयोवृद्धों एवं अनुभवी लोगों की ओर से मैं प्रार्थना करता हूँ तथा बीमारों और कैदियों के लिये मैं चंगाई की याचना करता हूँ।"
इस अवसर पर सन्त पापा ने शरणार्थियों एवं आप्रवासियों के लिये भी प्रार्थना की ताकि मेज़बान देशों में उनका स्वागत किया जाये तथा उन्हें प्रतिष्ठापूर्ण जीवन यापन का मौका मिल सके। साथ ही उन देशों के लोगों को भी याद किया जो युद्धों से पीड़ित हैं तथा शांति की कामना करते हैं। माँ मरियम से उन्होंने याचना की ताकि विश्व से सब प्रकार की हिंसा, भय, दासता, आतंक एवं घृणा दूर हो तथा प्रत्येक मानव व्यक्ति न्याय पर आधारित शांति पूर्ण विश्व में जीवन यापन कर सके।
ग़ौरतलब है कि इस वर्ष निष्कलंक माँ मरियम के महापर्व के दिन ही सन्त पापा ने रोम स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर का पवित्र द्वार खोलकर करुणा को समर्पित जयन्ती वर्ष का भी शुभारम्भ किया जो आगामी 20 नवम्बर तक जारी रहेगा।
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