बैंगलोर सोमवार, 7 दिसम्बर 2015 (ऊका न्यूज) बैंगलोर महाधर्मप्रान्त ने, अन्तराष्ट्रीय शारीरिक निःशक्त दिवस के अवसर पर तीन दिसम्बर को एक समिति का गठन करते हुए उनकी विशेष सुविधा हेतु एक कार्यालय की शुरूआत की है
बैंगलोर के महाधर्माध्यक्ष बेरर्न्ड मोरास ने यह कहते हुए कार्यालय की शुरूआत की कि
कलीसिया और हमारे संस्थानों में शारीरिक रूप से निःसहाय लोगों को हमारी विशेष ध्यान
की आवश्यकता है।
सरकारी सर्वेक्षण का हवाला देते हुए समिति के अध्यक्ष फादर जोर्ज कन्नाथानम के कहा कि
देश में पूरी आबादी का 2. 2 प्रतिशत अर्थात 27 लाख लोग शारीरिक रूप से असक्ष्म हैं। ऐसे
लोगों को मुख्य धारा में लाने हेतु कलीसिया को सक्रिय रूप से काम करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि कलीसिया ने ऐसे लोगों के लिए कुछ बुनियादी और ठोस कार्यक्रम नहीं किये
हैं जिनसे उनकी सेवा की जा सकें।
समिति अपनी योजना के अनुसार ऐसे लोगों की एक सूची और जानकारी तैयार करना चाहती हैं
जिससे जरूरमंद लोगों को जागरूक किया जा सकें तथा उन्हें सुविधा मुहैया करायी जा सकें।
प्रेरिताई कार्य के तहत ऐसे लोगों को धर्म को समझने और उनकी धार्मिकता को जीने में मदद
की जरूरत है। समिति का मुख्य उद्देश्य ईश्वर के प्रेम को शारीरिक रूप से लाचार लोगों
के बीच लाने की जरूरत है जिससे वे खुशी से जीवन व्यतीत कर सकें।
यह काथलीक समिति कुछ उन सह-समितियों से सम्पर्क करने में प्रयासरत है जिनका संबंध ऐसे
कार्यो से है जिससे वे अपने लक्ष्य की प्राप्ति में सफल हो सकें।
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