2015-11-30 12:24:00

ख्रीस्तीयों के बीच एकता का अभाव एक कलंक है, सन्त पापा फ्राँसिस


केन्द्रीय अफ्रीकी गणतंत्र, बांगी, सोमवार, 30 नवम्बर 2015 (सेदोक): बांगी के धर्मतत्व विज्ञान सम्बन्धी संस्थान में एवेन्जेलिकल ख्रीस्तीय समुदाय को सम्बोधित कर रविवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि ख्रीस्त के अनुयायियों को बीच एकता का अभाव एक कलंक है क्योंकि यह ईश इच्छा के विरुद्ध है।

उन्होंने कहा, "प्रिय मित्रो, ख्रीस्तीयों के मध्य एकता का अभाव एक कलंक है, सबसे पहले इसलिये कि यह ईश्वर की इच्छा के विरुद्ध है। यह एक कलंक इसलिये भी है कि मानवता को छिन्न- भिन्न करनेवाली घृणा एवं हिंसा सर्वत्र व्याप्त है तथा ख्रीस्त का सुसमाचार अनेक विरोधों का सामना कर रहा है।"

सन्त पापा ने कहा, "आपके लोगों ने बहुत अधिक समय से कठिनाइयों एवं हिंसा को सहन किया है और यह पीड़ा सुसमाचार की उदघोषणा को और अधिक आवश्यक एवं अनिवार्य बना देती है। इसलिये कि इन पीड़ित भाइयों में ख्रीस्त स्वयं पीड़ा सहते हैं, निर्धों, वयेवृद्धों, रोगियों, परित्यक्त लोगों एवं शिक्षा एवं पोषण रहित छोड़ दिये गये बच्चों में ख्रीस्त स्वयं पीड़ा भोग रहे हैं।"

सन्त पापा ने कहा कि पीड़ा शैतान द्वारा प्रवर्तित अन्याय एवं अन्धी घृणा का परिणाम है जिसपर केवल दया और क्षमा से विजय प्राप्त की जा सकती है। अन्त में अपनी प्रार्थनाओं का आस्वासन देकर सन्त पापा ने कहा, "मैं आप सबको आपकी भ्रातृत्व उदारता, पुनर्मिलन और दया के रास्ते पर अपनी प्रार्थनाओं द्वारा समर्थन देने का आश्वासन देता हूँ। भले ही यह रास्ता टेड़ा और दुर्गम है तथापि आनन्द एवं आशा से परिपूर्ण है। आप सबको और आपके समुदायों को ईश्वर आशीष प्रदान करें।"








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