2015-11-27 14:35:00

मैं आपकी समस्याओं को महसूस कर सकता हूँ, कंगेमी में संत पापा


नायरोबी, शुक्रवार, 27 नवम्बर 2015 (वीआर सेदोक): केनिया की प्रेरितिक यात्रा के तीसरे दिन 27 नवम्बर को संत पापा फ्राँसिस ने नायरोबी स्थित ग़रीबों की बस्ती कंगेमी में, लोगों से मुलाकात कर कहा कि उनके जीवन में उन लोगों के लिए विशेष स्थान है।

उन्होंने अपने संदेश में झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले ग़रीबों के लिए प्राकृतिक संसाधनों के उचित वितरण की आवश्यकता बतलाते हुए, जमीन हड़पने वालों एवं मौलिक आवश्यकताओं से उन्हें वंचित रखने वालों की भर्त्सना की।

कंगेमी के सेंट जोसेफ दा वार्कर गिरजाघर में लोगों को सम्बोधित कर संत पापा ने कहा, ″मैं यहाँ आया हूँ क्योंकि मैं आपको बतलाना चाहता हूँ कि आपकी खुशी एवं आशा, आपकी तकलीफ एवं दुःख मुझ से छिपा नहीं हैं। मैं आपके दैनिक जीवन की समस्याओं को महसूस कर सकता हूँ। आप जो अन्याय सहते हैं मैं उसे किस तरह नकार सकता हूँ?″    

संत पापा ने बहिष्कार की भाषा के विपरीत ग़रीबों में उस विवेक की सराहना की जो जीने की तीव्र लालसा से उत्पन्न होता है तथा जिसका मूल सुसमाचारी मूल्यों से आता है। उन्होंने कहा कि यद्यपि धनी समाज के अंधाधुंध खपत की प्रवृति के कारण ऐसा प्रतीत होता है कि वे भुला दिये गये हैं तथापि वे समुदाय का हिस्सा बनना जानते हैं जिससे अहंकार की दीवारें टूटतीं एवं स्वार्थ के घेरे हट जाते हैं। यह भावना एकजुटता, अपना जीवन दूसरों को अर्पित करने तथा उदार कार्यों द्वारा व्यक्त होती है।

संत पापा ने लोगों को सांत्वना देते हुए कहा कि प्रभु उन्हें कभी नहीं भूलते हैं क्योंकि उनकी जीवन यात्रा की शुरूआत ग़रीबों के बीच हुई तथा वे ग़रीबों के ही साथ रहे। संत पापा ने ग़रीबों पर हो रहे अन्याय का कारण सत्ता एवं धन बतलाया। यह स्थिति तब बदतर हो जाती है जब भूमि का असमान वितरण होता है तथा उन्हें अनुचित किराये चुकाने पड़ते हैं। शहरों में ग़रीबों पर हो रहे अत्याचारों पर दुःख व्यक्त करते हुए संत पापा ने सम्मान पूर्ण शहरी एकीकरण के विचार का  प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि हमें एकीकृत शहरों की आवश्यकता है जो सभी के हों।

संत पापा ने ख्रीस्तीयों से खासकर पुरोहितों से अपील की कि वे अपने प्रेरितिक उत्साह को नवीकृत करें। लोगों की अन्यायपूर्ण परिस्थितियों एवं समस्याओं को समझें तथा संघर्षों में उनका साथ दें क्योंकि सुसमाचार ग़रीबों को विशेष स्थान देता है। उन्होंने सभी को प्रोत्साहन देते हुए कहा कि हम एक साथ प्रार्थना करें, सेवा के कार्यों में संलग्न हों तथा परिवारों के लिए आवश्यक आवास, पेय जल, बिजली आदि आधारभूत वस्तुओं को उपलब्ध कराने में अपने आपको समर्पित करें। संत पापा ने लोगों को सड़क, मैदान, स्कूल, अस्पताल, मनोरंजन तथा कला प्रदर्शन आदि की सुविधाएँ दिलाये जाने की कामना की जिससे कि वे मानव प्रतिष्ठा के आधार शांति एवं सुरक्षा का आनन्द ले सकें।








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