2015-11-25 10:16:00

वाटिलीक्स 2 मामले में पाँच आरोपियों पर मुकद्दमा शुरु


वाटिकन सिटी, बुधवार, 25 नवम्बर 2015 (सेदोक): वाटिकन में मंगलवार को, गोपनीय वित्तीय दस्तावेज लीक करने और उनका प्रचार-प्रसार करने के आरोप में पाँच व्यक्तियों पर एक प्रारंभिक सुनवाई शुरु हुई। अगली सुनवाई 30 नवम्बर के लिये तय की गई है।

स्पानी पुरोहित लूसियो आन्जेल वालेहो बाल्दा, इताली महिला फ्राँचेस्का शोकी, वालेहा के सचिव निकोला माय्यो तथा पत्रकार एवं लेखक जानलूईजी नुत्सी एवं एमिलियानो फित्तीपाल्दी इस मुकद्दमें में आरोपी हैं।     

मंगलवार की प्रारंभिक सुनवाई लगभग एक घण्टे तक चली। 21 नवम्बर को वाटिकन ने प्रकाशित किया था कि वाटिकन वित्तीय व्यवस्था पर गोपनीय दस्तावेज़ों एवं निजी सूचनाओं को दबाव से हासिल करने तथा उनके प्रचार-प्रसार के लिये वह इन पाँच व्यक्तियों पर आधिकारिक मुकद्दमा चलायेगा। 

मान्यवर वालेहो, श्रीमती शोकी तथा माय्यो पर आरोप है कि उन्होंने जानबूझकर एक अपराधिक संगठन बनाया तथा परमधर्मपीठ एवं वाटिकन राज्य के गोपनीय दस्तावेज़ों के खुलासे का षड़यंत्र रचा। 

दो नवम्बर को, परमधर्मपीठीय वित्तीय प्रशासनिक संरचना सम्बन्धी आयोग (कोसेया) के अध्यक्ष एवं सम्पर्क अधिकारी, मान्यवर वालेहो तथा श्रीमती शोकी को वाटिलीक्स 2 के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। ऐसा माना जा रहा है कि इन दोनों ने ही पत्रकार नुत्सी तथा फित्तीपाल्दी को दस्तावेज़ दिये थे जिन्होंने इन पर दो अलग-अलग पुस्तकों का प्रकाशन किया। 18 जून, 2013 को सन्त पापा फ्रांसिस ने इस आयोग की स्थापना की थी।

पत्रकार नुत्सी एवं फित्तीपाल्दी पर आरोप है कि उन्होंने अवैध ढंग से वाटिकन के गोपनीय दस्तावेज़ों को हासिल किया तथा उनका प्रकाशन किया। विशेष रूप से, उन पर आरोप है कि उन्होंने दस्तावेज़ प्राप्त करने के लिये  मान्यवर वालेहो पर दबाव डाला और बाद में उनका पुस्तक रूप में प्रकाशन किया।  

ग़ौरतलब है कि सन् 2013 में ही वाटिकन ने गोपनीय दस्तावेज़ों के लीक होने पर आपत्ति जताई थी जब पत्रकार नुत्सी ने सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें के नौकर द्वारा मिली सूचनाओं के आधार पर एक पुस्तक का प्रकाशन किया था। इसी को मीडिया में वाटिलीक्स प्रथम का नाम दिया गया था।








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