2015-11-21 15:39:00

कलीसिया रिश्वत की पूजा न करे


वाटिकन सिटी, शनिवार, 21 नवम्बर 2015 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि कलीसिया धन अथवा सत्ता के चंगुल में न पड़े और न ही कथित ‘पवित्र रिश्वत’ की पूजा करे बल्कि अपना आनन्द एवं बल ख्रीस्त के वचनों में प्राप्त करें।

शुक्रवार को वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मार्था के प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए संत पापा ने मक्काबियों के ग्रंथ से लिए गये पाठ पर चिंतन किया जो मंदिर की पुनः स्थापना पर लोगों के आनन्द को प्रस्तुत करता है।

मंदिर ग़ैरयहूदियों द्वारा ढाह दिया गया था तथा उसपर अधिकार कर लिया गया था। ईश प्रजा ने आनन्द मनाया क्योंकि उन्होंने अपनी सच्ची पहचान को पुनः प्राप्त कर लिया था।

संत पापा ने कहा, ″जो दुनियादारी में लिप्त होते हैं वे आनन्द मनाना नहीं जानते। वे खुशी नहीं माना सकते क्योंकि दुनियादारी केवल मनोरंजन एवं उत्तेजना प्रदान कर सकती है किन्तु सच्चा आनन्द व्यवस्थान पर विश्वास द्वारा आता है।″

सुसमाचार में येसु व्यापारियों को यह कहते हुए मंदिर से खदेड़ते हैं, ″लिखा है मेरे पिता का घर प्रार्थना का घर होगा किन्तु तुम लोगों ने इसे चोरों का अड्डा बना दिया है।″ संत पापा ने कहा कि महायाजकों एवं सदूकियों ने चीजों को अपने अनुसार बदल दिया था तथा मंदिर का अनादर किया था। उन्होंने कहा कि मंदिर कलीसिया का प्रतीक है जहाँ मंदिर की तरह दुनियादारी एवं सत्ता का प्रलोभन है जब कलीसिया इस प्रकार के झुकाव में पड़ जाती है तो इसका नतीजा बहुत बुरा होता है।

संत पापा ने कहा कि कलीसिया में बुराई का प्रलोभन हमेशा रहा करता है और यह उस समय आता है जब कलीसिया शांति, आनन्द एवं मुक्ति के राजकुमार प्रभु पर विश्वास न कर धन एवं सत्ता के चंगुल में पड़ जाती है। संत पापा ने कहा कि सदूकी एवं फरीसी येसु से नाराज थे। येसु ने उन्हें मंदिर से नहीं खदेड़ा किन्तु उन्हें जो खरीद बिक्री कर रह थे। महायाजक एवं सदूकी भी उस खरीद बिक्री में शामिल थे। संत पापा ने इसे ‘पवित्र रिश्वत’ का नाम दिया।

सुसमाचार हमें स्पष्ट रूप से बतलाता है कि सदूकी येसु को मार डालना चाहते थे क्योंकि जहाँ येसु हैं वहाँ दुनियादारी अथवा बुराई के लिए कोई स्थान नहीं है। संत पापा ने कहा कि यह हमारे लिए एक चुनौती है कि हम येसु को अपने पास रखें तथा दूसरे स्वामी की सेवा करने के प्रलोभन में न पड़ें।  संत पापा ने विश्वासियों से कलीसिया के लिए प्रार्थना का आग्रह किया।








All the contents on this site are copyrighted ©.