2015-11-18 16:09:00

प्रेरिताई के नये शिष्य बनने का आह्वान


मनीला, बुधवार, 18 नवम्बर 2015, (ऊकान): संत पापा फ्राँसिस ने राष्ट्रीय कलीसिया लघु समुदाय सम्मेलन के लिए एकत्रित दस हजार फिलीपीनियों के नाम अपने संदेश में कहा कि वे अपनी नजरें समाज से तिरस्कृत लोगों की ओर ध्यान देते हुए अपने समर्पण का नवीनीकरण करे और संसार में प्रेरिताई हेतु सदैव तैयार रहने वाले प्रेरिताई के नये शिष्य बनें।

फिलीपीनी धर्माध्यक्ष सम्मेलन को लिखे अपने पत्र में संत पापा ने कहा, “एक प्रेरितिक समुदाय के रूप में येसु ने सबसे पहले पहल की। उन्होंने सबसे पहले हमें प्यार किया है।”

फिलीपीन्स के लिए वाटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष जुसेप्पे पिन्टो ने संत पापा के संदेश को पढ़ सुनाया जिसमें लिखा था, “हम विश्वास पूर्वक आगे बढ़ सकते हैं, पहल कर सकते हैं और दूसरों के पास पहुंच सकते हैं जो गिरे पड़े हैं उन्हें खोज सकते हैं, जीवन के मोड़ पर खड़े परित्यक्त लोगों का स्वागत कर सकते हैं। इस तरह, आप सचमुच ईश्वर राज्य की उपस्थिति और उनकी दया के प्यार को दिखा पायेंगे।”

अपने प्रवचन में मनीला के कार्डिनल लुईस अन्तोनियो ताग्ले ने कहा कि यद्यपि ख्रीस्तीय समुदाय चुनौतीपूर्ण परिस्थिति से गुजर रहा है किन्तु आप अपना नवीनीकरण करने से न डरें।

संत पापा के वचनों को जोर देते हुए उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि हम द्वितीय वाटिकन महासभा के परिदृश्य पर खरा उतरते हुए येसु में नवीकृत होकर दुनिया की सेवा में अपने को उदारता पूर्वक दे पायेंगे।

ज्ञात हो कि द्वितीय वाटिकन महासभा की स्वर्ण जयन्ती के अवसर पर 75 विभिन्न धर्मप्रान्तों के विश्वासियों ने लघु ख्रीस्तीय समुदाय के सम्मेलन में भाग लिया और “ग़रीबों के लिए घोषित वर्ष” का समापन किया।








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