केरल, बुधवार, 18 नवम्बर 2015 (उका न्यूज): दक्षिण भारत की कलीसियाई अधिकारियों ने केरल राज्य में दिसम्बर के महीने को बाईबिल पाठन का महीना घोषित किया है।
फा. वर्गीस वालाकट्टु ने बतलाया कि बाईबल सम्मेलन के स्थानीय धर्माध्यक्षों की समिति
ने 39 धर्मप्रान्तों को निदेश दिया है कि वे दिसम्बर महीने में बाईबिल का पाठ करें। उन्होंने
कहा कि यह निर्णय स्थानीय हिन्दुओं से प्रेरणा के तहत लिया गया है जिन्होंने पिछले कारीडाकम
अर्थात् जुलाई और अगस्त के महीने को रामायण के पाठन के लिये घोषित किया था जहाँ मन्दिरों
में प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक बिना अवकाश के पवित्र रामायण का पाठ किया जाता था।
धर्माध्यक्षों ने काथलिक पल्ली को सलाह दी है कि वे इसी तर्ज पर एक रिवाज की शुरूआत करें।
बाईबिल महीने का मकसद लोगों में बाईबल पढ़ने की रुचि को पुनःजागृत करना है जो परिवारों
को दूरदर्शन से चिपके रहने की तल से दूर करेगा। आन्तोनी जोसेफ ने इन विचारों का स्वागत
किया है।
लोक सेवा सदस्य और संस्कृत के विद्वान राधाकृष्णन ने कहा कि हम भी बाईबल महीने के इस विचार का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा आज हमें धार्मिकता की आवश्यकता है क्योंकि दुनिया अन्धकार में खोते जा रही है। उन्होंने कहा कि “बाईबिल के वचन हमें जीवन में कठिनाईयों का सामना करने में मदद करते हैं।”
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