2015-11-17 14:59:00

दया के विरुद्ध अपराध, कर्डिनल पारोलिन


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 17 नवम्बर 2015 (वीआर सेदोक): वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल प्रियेत्रो पारोलिन ने पेरिस में हुए आक्रमण को लेकर अपने साक्षात्कार में ‘ला कोईक्स’ समाचार पत्र से कहा कि इस घटना से सारी दुनिया व्यथित है करुणा के वर्ष में यह सर्वोत्तम समय है कि हम अपनी सभी आध्यात्मिक साधनों के प्रयोग द्वारा दुष्टता का सकारात्मक जवाब दें।

यह स्वाभाविक है कि आक्रमण के बाद हम में बदले की भावना है। उन्होंने कहा, लेकिन हम इस सोच के विरुद्ध संघर्ष करे। संत पापा की चाह है कि करुणा की जयन्ती लोगों के आँख से आँख मिलाकर देखने, एक दूसरे को समझने और घृणा पर विजय पाने का समय है। इस हिंसा के बाद यह लक्ष्य और मजबूत हो गया है। हमें ईश्वर की दया मिलती है कि हम दूसरे के प्रति इसे अपने में धारण कर सकें। इस्लाम में ईश्वर का एक सबसे सुन्दर नाम करुणा है जिसे इस पवित्र साल में सम्मिलित किया जा सकता है जैसे कि संत पापा कि चाह है।

उन्होंने कहा कि फ्राँसीसी अधिकारियों की सोच और बात उन्हें हृदयस्पर्शी लगे कि वे इस हिंसा के बावजूद अपने दिनचर्या को सुचारू रूप से चलाने में कृतसंकल्प और दृढ इच्छा रखते हैं।

यूरोपीय देशों के संगठन के बारे में उन्होंने कहा कि संगठन का मतलब सभी तरह की सुरक्षा, पुलिस बल, औऱ सूचना है जिससे हिंसा का निवारण जड़ से किया जा सके। संगठन आध्यात्मिक संसाधनों को भी अपने में सम्माहित करता है जिससे कि हिंसा रूपी बुराई का सकारात्मक उत्तर दिया जा सके। यह शिक्षा के माध्यम से प्रसारित किया जा करता है जिससे घृणा की भावना को दूर किया सके जो नवयुवकों को जिहाद की ओर ले जाता है। इस कार्य के लिए सभी तबक़े के लोगों और देशों की सहभागिता की जरूरत है। बिना संगठित प्रयास के इसके विरूद्ध नहीं लड़ा जा सकता है। इसमें मुस्लिम देशों को सम्मिलित करना अति आवश्यक है।

काथलिक कलीसिया की धर्मशिक्षा को उद्धृत करते हुए उन्होंने संत पापा की बातों पर बल दिया कि सामान्य जन जीवन की रक्षा यह मांग करता है कि अनुचित आक्रमण को रोका जाये जिसे दूसरों को हानि न हो। यही कारण है कि जिन्हें संवैधानिक अधिकार दिया गया है उनका यह दायित्व बनता है कि वे अपने हथियारों का उपयोग सामान्य जन जीवन और समुदाय की रक्षा में करें जिनकी सुरक्षा का उत्तरदायित्व उन्हें दिया गया है।

संत पापा द्वारा घोषित करुणा के वर्ष की समयसारणी परिवर्तन के सवाल में उन्होंने कहा कि धार्मिक महत्वपूर्णता के कारण वाटिकन निशाना बनाया जा सकता है। हम वाटिकन और इसके इर्दगिर्द सुरक्षा व्यवस्था के बारे में वार्ता कर सकते हैं लेकिन यह विषय हमें अनावश्यक भयभीत करेगा और इस कारण संत पापा के कार्यक्रम समयसारणी में कोई परिवर्तन की आशा नहीं है।








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