2015-11-16 16:25:00

जीवन में कुण्डली नहीं वरन् येसु की ओर देखें, संत पापा


वाटिकन सोमवार, 16 नवम्बर 2015, (सेदोक) संत पापा ने रविवारीय देवदूत प्रार्थना के दौरान तीर्थयात्रियों और विश्वासियों को रविवारीय पाठों पर मनन करते हुए जीवन में सही दिशा निदेशन हेतु कुण्डली के बजाय येसु की ओर देखने का आग्रह किया।

संत पापा ने कहा कि पृथ्वी पर हमारे जीवन का अंतिम लक्ष्य पुनर्जीवित येसु से मिलन है। एकत्रित जनसमूह को प्रश्न करते हुए उन्होंने कहा, हम में से कितने हैं जो इसके बारे में सोचते हैं। हम नहीं जानते की यह कब और कैसे होगा, लेकिन इनसे महत्वपूर्ण यह है कि हम वर्तमान जीवन को कैसे जीते हैं।

संत पापा ने कहा कि हम वर्तमान परिवेश में, भविष्य में शांति, सच्चाई और ईश्वर में आशा का जीवन जीने हेतु बुलाये गये हैं। आशा हमारे लिए सबसे कठिन चीज है लेकिन यह सबसे मजबूत गुण है क्योंकि यह पुनर्जीवित येसु के चेहरे को हमारे सामने लाता है जो हमें दुनिया की सभी झूठी चीजों से बचाता है। संत पापा ने जनसमूह से पूछा कि आप में से कितने अपनी कुण्डली देखते हैं, कुण्डली के बजाय आप येसु को देखें जो हमेशा आप के साथ रहते हैं। 








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