2015-11-11 17:41:00

जीवन एक तीर्थयात्रा


फ्लोरेंस, बुधवार, 11 नवम्बर 2015 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने मंगलवार 11 नवम्बर को परमधर्मपीठीय अकादमी के सदस्यों को उनकी 20 वीं वार्षिक आमसभा के अवसर पर एक संदेश प्रेषित किया।

संदेश में संत पापा ने परमधर्मपीठीय अकादमी की वार्षिक आमसभा को ″सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक समृद्धि का अवसर, व्यक्तिगत एवं सामुदायिक जिम्मेदारियों के लिए प्रेरणा प्राप्त करने का समय... तथा मानवतावाद पर अपने विचारों को नवीकृत करने हेतु कलीसिया को प्रोत्साहन देने का मौका कहा, जो आधुनिक युग की चुनौतियों का प्रत्युत्तर है।″ 

इस वर्ष की सभा की विषय वस्तु है, ″अद लीमिना पेत्री: ख्रीस्तीयता की प्रथम शताब्दी के दौरान ऐतिहासिक तीर्थयात्रा के निशान।″ संत पापा ने गौर किया कि यह शीर्षक, दिसम्बर में शुरू होने वाली करुणा की असाधारण जयन्ती वर्ष को मनाने हेतु विश्वासियों को तैयारी करने में मदद करेगा।

उन्होंने बतलाया कि इस पवित्र वर्ष में तीर्थयात्रा का विशेष महत्व है क्योंकि यह उस यात्रा का प्रतीक है जिसे व्यक्ति अपने जीवन में करता है। जीवन एक तीर्थयात्रा है तथा मानवजाति एक तीर्थयात्री।








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