वाटिकन सिटी, सोमवार, 9 नबम्बर 2015 (सेदोक) संत पापा फ्रासिस ने ट्यूनीशिया 2015 के नोबल पुरस्कार विजेताओं से व्यक्तिगत मुलाकात की और उन्हें शांति के शिल्पकार कहा।
2015 के नोबल पुरस्कार ट्यूनीशिया के राष्ट्रीय वार्ता क्वातेत को 2011 की जैस्मीन क्रांति के मुद्देनज़र ट्यूनीशिया में एक बहुलवादी लोकतंत्र के निर्माण हेतु अपनी महत्वपूर्ण योगदान" के लिए प्रदान किया।
संत पापा ने मोहम्मद फदहेल माहफोध, अबदेसातार बेन मौसा, विडेड बौचामावी और हाकीन अव्वासी
से शनिवार को मुलाकात की। तीनों ट्यूनीशिया के सामान्य मजदूर संगठन, ट्युनीशिया प्रौद्योगिक
सम्मेलन, मानव अधिकार संघ और ट्युनीशिया वकीलों के दल का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन चार संगठनों ने 2013 में राजनीतिक हत्या की
एक श्रृंखला के बाद पिछले साल एक नये संविधान और राष्ट्रपति चुनाव में अहम भूमिका अदा
की।
बैठक के दौरान संत पापा फ्रांसिस ने कहा कि "आप ने अपने हाथ और दिल से" अपने कामों
को पूरा किया है जो ट्यूनीशिया में आपसी संवाद और स्थिरता लायी है। आपकी कार्य पद्धति
क़ाबिले तारीफ है थी।
नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने संत पापा को "शांति का दूत कहते हुए शुक्रिया अदा किया और
भेंट में उन्हें महात्मा गांधी की एक प्रतिमा प्रदान की।
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