वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 5 नवम्बर 2015 (एशियान्यूज़): वाटिकन प्रवक्ता एवं वाटिकन प्रेस कार्यालय के महानिर्देशक जेस्विट फादर फेदरिको लोम्बारदी ने उन दो किताबों के प्रकाशन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि संत पापा की इच्छा अनुसार वे ‘अच्छे प्रशासन, शुद्धता और पारदर्शिता’ को दर्शाने में असमर्थ है।
बुधवार को अपने प्रेस विज्ञाप्ति में फादर लोम्बारदी ने कहा कि ये दोनों किताबें वाटिकन के आर्थिक और वित्तीय गतिविधियों के अवैध प्रकटीकरण पर आधारित हैं। इस जानकारी का बड़ा हिस्सा अभी-अभी पूरा किये गये कार्य से जुड़ा है जिसका उद्देश्य, जानबूझकर विपरीत छाप छोड़ते हुए हमेशा के लिए एक भ्रम पैदा करना, पारदर्शिता का अभाव तथा अनुचित हितों की खोज करना है।
उन्होंने कहा कि यह सर्व विदित है कि इसके महत्वपूर्ण हिस्से का प्रकाशन आरक्षित जानकारी एवं दस्तावेज का प्रकटीकरण है अतः यह एक अवैध कार्य है जिसके कारण सक्षम वाटिकन अधिकारी द्वारा तत्काल मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
वाटिकन प्रवक्ता ने कहा कि संत पापा ने ही सभी जानकारियों को एकत्र करने की सलाह दी थी जिससे कि वाटिकन की वित्तीय और प्रशासनिक सुधार प्रक्रिया में मदद मिल सके।
फादर लोम्बारदी ने याद दिलाया कि ‘कोसेया समिति’ जहाँ के अभिलेखागार से अधिकतर जानकारी ली गयी हैं वह संत पापा द्वारा 18 जुलाई 2013 को स्थापित की गयी थी।
संत पेत्रुस पेंस के सवाल पर फादर लोम्बारदी ने कहा कि विश्वासियों द्वारा दिये गये चंदा को संत पापा के निर्देशन में कई चीजों के लिए खर्च किया जाता है जिसमें चैरिटी एवं ग़रीबों की मदद मुख्य हैं।
प्रवक्ता फादर ने इस बात पर जोर दिया कि गुप्त जानकारी के प्रकट किये जाने, जिसमें अच्छे दस्तावेज और कमजोरियों को व्यक्त करने वाले दस्तावेज हैं उनके बीच फर्क किया जाना महत्वपूर्ण है।
वाटिकन प्रवक्ता फादर लोम्बारदी ने कहा कि यद्यपि संत पापा द्वारा वाटिकन के आर्थिक एवं प्रशासनिक कार्यों का पुनर्गठन एक जटिल कार्य है तथापि आध्यात्मिक मदद पहुँचाने वाली आर्थिक सम्पति के सही और पारदर्शी प्रशासनिक कार्य को, संत पापा एवं उनके सहयोगी आगे बढ़ाते रहेंगे।
All the contents on this site are copyrighted ©. |