2015-11-05 15:59:00

जाँच आयोग द्वारा कंधामाल हिंसा की रिपोर्ट शीघ्र


भारत, वृहस्पतिवार, 05 नवम्बर 2015, (ऊका न्यूज): भारत के पूर्वी राज्य उड़ीसा में ख्रीस्तीयों के विरूद्ध हुए 2008 में हिंसाओं की एक विस्तृत रिपोर्ट जाँच आयोग द्वारा दिसम्बर महीने के अंत में राज्य सरकार को प्रस्तुत कर दी जायेगी।

 जाँच आयोग के मुख्य न्यायधीश ए.एस.नायडु ने कहा, “बहुत से गुनाहगारों और राज्य सरकार के असहयोग के कारण इस प्रक्रिया को पूरा करने में सात साल लग गये।” उन्होंने बतलाया कि आयोग का मुख्य कार्य क्रमबद्ध घटनाओं की परिस्थितियों का अध्ययन करना था जिसकी शुरूआत 23 अगस्त 2008 को स्वामी लक्ष्मीनंन्द  सरस्वती की हत्या के साथ हुई और ख्रीस्तीयों पर उनकी हत्या का आरोप लगाया गया था।

1 जुलाई 2009 को आयोग द्वारा सरकार को एक अन्तरिम रिपोर्ट प्रेषित किया गया था जिसमें कंधामाल हिंसा पर रोकथाम की माँग की गयी थी। जाँच आयोग ने करीब 700 सशपथ वक्तव्य जमा किये हैं।

ज्ञात हो कि 2008 उड़ीसा हिंसाओं का मुख्य केन्द्र कंधामाल था जिसमें 415 गाँवों के 5600 से अधिक घरों को लुटा गया, 90 लोगों की हत्या हुई और 395 धार्मिक स्थलों को नष्ट किया गया जबकि 56 हजार ख्रीस्तीयों को विस्थापित होना पड़ा। 








All the contents on this site are copyrighted ©.