दिल्ली, शुक्रवार, 23 अक्टूबर, (ऊका न्यूज) भारतीय कलीसियाई नेताओं ने पंजाब के उग्र प्रदर्शनकारियों से जो पवित्र ग्रंथ “गुरू ग्रन्थ साहिब” के अपमान के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे शांति बहाल करने का आह्वान किया है।
जालन्धर, उत्तर भारत के धर्माध्यक्ष् फ्राँकों मुलाक्कल ने कहा, “हम ऐसी घटना की भर्त्सना करते हैं।” आप शांति बनाये रखें।
अक्टूबर महीने के मध्य में करीब हजारों की संख्या में पंजाब के सिक्खों ने सड़कों पर धरना दिया और गुरू ग्रन्थ सहिब पवित्र धर्मग्रन्थ का अपमान करने वालों की गिरफ्तारी की माँग की। स्थानीय संचार माध्यमों और पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार करीब पाँच घटनाओं में धर्मग्रन्थ को नष्ट किया गया है। ये घटनायें 12 अक्टूबर से फारीदाकोट में शुरू हुई जहाँ सिक्खों के पवित्र ग्रंथ के पन्नें बारगदी गांव में फटे मिले। चार अन्य ऐसी घटनायें 17 अक्टूबर को दर्ज किये गये।
प्रदर्शनकारियों की संख्या में वृद्धि उस समय हो गई जब 14 अक्टूबर को पुलिसवालों नें उन पर गोलियाँ चला दी जिसमें दो लोग मारे गये।
जालन्धर धर्मप्रान्त के जन सम्पर्क अधिकारी फादर पीटर कभुपूरम ने कहा, “लोगों में क्रोध है। वे अपनी माँगों को शीघ्र अति शीघ्र पूरा करने की मांग कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि सिक्ख अति आध्यात्मिक और मैत्रीपूर्ण भाव लोग हैं, विशेष कर, ख्रीस्तीयों के साथ अंतः ऐसी अनहोनी घटना पर मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ।
पुलिस के अनुसार पाँच लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया गया है।
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