2015-10-19 12:46:00

पवित्रभूमि में घृणा के बहिष्कार के लिये साहस एवं धैर्य की आवश्यकता


वाटिकन सिटी, सोमवार, 19 अक्टूबर 2015 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि पवित्र भूमि में घृणा और प्रतिशोध के बहिष्कार के लिये साहस, धैर्य तथा शांति के ठोस कृत्यों की नितान्त आवश्यकता है।

रविवार को सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में देवदूत प्रार्थना से पूर्व भक्त समुदाय को सम्बोधित कर सन्त पापा ने मध्यपूर्व और विशेष रूप से इसराएल एवं फिलीस्तीनी क्षेत्र में व्याप्त संकटपूर्ण स्थिति पर चिन्ता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मध्यपूर्व के सन्दर्भ में, पवित्र भूमि में शांति की स्थापना के लिये पहले से कहीं अधिक आज यह निर्णायक हो गया है कि घृणा एवं प्रतिशोध का परित्याग किया जाये।"

सन्त पापा ने कहा कि वे "पवित्र भूमि को पीड़ित कर रहे तनावों एवं हिंसा के प्रति उत्कंठित हैं जिन्हें समाप्त करने के लिये महान साहस तथा आत्मा की शक्ति चाहिये ताकि शांति के ठोस कार्यों द्वारा घृणा एवं प्रतिशोध का बहिष्कार किया जाये।"

उन्होंने कहा, "हम सब मिलकर ईश्वर से प्रार्थना करें कि वे सभी को, सरकार को और नागरिकों को भी, बल प्रदान करें ताकि हिंसा का विरोध करने के लिये उनमें साहस का संचार हो तथा शांति और मैत्री के कृत्यों को प्रोत्साहन मिले।"

ग़ौरतलब है कि उन अफ़वाहों के बाद कि इसराएल येरूसालेम के सबसे पवित्र स्थल के अधिकरण की योजना बना रहा था फिलिस्तीनी हमलावरों ने इसराएल के विरुद्ध हमलों को सघन कर दिया है जिसमें विगत दिनों कई इसराएलियों पर छुरे से वार किया गया है।








All the contents on this site are copyrighted ©.