2015-10-06 12:14:00

जाँच के लिये खोदकर निकाला गया धर्मबहन का शव


कोट्टायम, मंगलवार, 6 अक्तूबर 2015 (ऊका समाचार): केरल की 83 वर्षीया धर्मबहन सि. जोसे मरिया के शव को शुक्रवार को खोदकर निकाला गया तथा शव परीक्षा से पता चला है कि वास्तव में अप्रैल माह में सिस्टर जोसे मरिया की हत्या की गई थी, उनकी मृत्यु प्राकृतिक नहीं थी।

कब्रस्तान के निकट ही धर्मबहन की शव परीक्षा एक फोरेन्सिक टीम द्वारा पुलिस एवं धर्मबहन के परिजनों की उपस्थिति में की गई थी।

ग़ौरतलब है कि अप्रैल माह में कुछ दिन अस्पताल में रहने के बाद सि. जोसे मरिया का निधन हो गया था जिसे प्राकृतिक मृत्यु मान लिया गया था। उस समय अधिकारियों ने सोचा था कि स्नानागार में गिरने से सि. जोसे मरिया घायल हो गई थी और उसी के बाद उनकी मृत्यु हो गई थी।

विगत माह, हरिद्वार में सतीश बाबू नामक 38 वर्षीय एक व्यक्ति को एक अन्य धर्मबहन की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था जिसने जाँच पड़ताल के दौरान यह कबूल किया था कि पाला के कॉन्वेन्ट में 69 वर्षीया सिं. अमला की हत्या करने के अतिरिक्त उसने अप्रैल माह में सि. जोसे मरिया की भी हत्या की थी।

पुलिस के अनुसार हत्यारे सतीश पर धर्मबहनों का बुत चढ़ा हुआ है और धर्मबहनों पर हमले करने से वह एक प्रकार की परपीड़क खुशी का अनुभव करता है।

जाँच पड़ताल के दौरान हत्यारे सतीश बाबू ने बताया था कि उसने काठ के तख्ते से प्रहार कर  अप्रैल माह में सि. जोसे मरिया की हत्या कर दी थी। 








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