2015-10-03 16:33:00

दुबारा विवाहित जोड़ो पर दया दृष्टि की संभावना, कार्डिनल बो


म्यांमार,शनिवार 03 अक्तूबर 2015 (उका न्युज़) म्यांमार के कार्डिनल चार्ल्स माऊँग बो ने इस बात पर भरोसा जताया है कि आगामी 4 अक्तूबर से परिवार विषय पर शुरू हो रहे विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा दुबारा विवाह किये दम्पतियों पर अपनी दया दिखलायेगी और उन्हें पुनः कलीसिया में अंगीकृत करेगी।

म्यांमार काथलिक कलीसिया के प्रतिनिधि कार्डिनल चार्ल्स ने कहा, “परिवार विषय पर यह धर्मसभा परम्परावादी और सुधारवादी कलीसियाई विचारधाराओं के बीच एक कठिन और उत्तेजक वाद-विवाद के क्षण हो सकते हैं लेकिन बड़ी उम्मीदें यह भी है कि कलीसिया अपने नीतियों और नियमों को सुगम बनायेगी।” 65 वर्षीय कार्डिनल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कलीसिया को गर्भपात और समलैंगिक विवाह पर अपने नियमों को नहीं बदलना है लेकिन व्यक्तिगत मुद्दों पर ध्यान देना है। कलीसिया को क्या पाप है और क्या नहीं जैसे मुद्दों तथा नीति और नियमों की अपेक्षा व्यक्तिगत मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है।

कार्डिनल ने उकान समाचार से अपने साक्षात्कार में कहा कि कलीसिया पापियों के प्रति दया के भाव रखेगा जैसा की संत पापा ने कहा है “कोई भी समाज से बहिष्कृत नहीं है। हमें पापियों को नहीं छोड़ना है बल्कि उन पर दया दिखानी है।” इस बात पर जोर देते हुए उन्होंने कहा की यह उन विवाहितों के लिए भी लागू होता है जिन्होंने दुबारा विवाह किया है और सालों से वे अपने जीवन को निष्ठापूर्ण ढंग से जी रहे हैं। मेरे विचार से ऐसे दम्पति को परमप्रसाद संस्कार ग्रहण करने से नहीं रोकना चाहिए।

 








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