2015-09-15 12:57:00

कार्डिनल फिलोनी की नेपाल यात्रा हुई रद्द, रिपोर्ट


कोलकाता, मंगलवार, 15 सितम्बर 2015 (सेदोक): वाटिकन के वरिष्ठ कार्डिनल फेरनानदो फिलोनी की नेपाल यात्रा रद्द कर दी गई है।

रिपोर्टों के मुताबिक, नेपाल में संविधान पर छिड़े गहन वाद-विवाद के कारण कार्डिनल फिलोनी को अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी।

वाटिकन स्थित सुसमाचार प्रचार परिषद के अध्यक्ष कार्डिनल फेरनानदो फिलोनी बँगला देश एवं भारत में अपनी यात्राएँ पूरी कर चुके हैं तथा 15 से 19 सितम्बर तक वे नेपाल की यात्रा करनेवाले थे।

स्थानीय समाचारों के अनुसार, नेपाल के विदेश मामलों के मंत्री ने कहा है कि इस समय कार्डिनल महोदय का नेपाल आना उपयुक्त समय नहीं होगा।

विश्वव्यापी उदारता संगठन कारितास की नेपाल शाखा ने इस बात की पुष्टि की कि कार्डिनल फिलोनी की नेपाल यात्रा रद्द हो गई है।

नेपाल में कार्डिनल फिलोनी कलीसियाई नेताओं से मुलाकात कर भूकम्पग्रस्त इलाकों का दौरा करनेवाले थे जहाँ कारितास की नेपाल शाखा राहत कार्यों में जुटी है। ग़ौरतलब है कि अप्रैल माह के भूकम्प में लगभग 9000 लोग मारे गये थे तथा 25,000 घायल हो गये थे।

स्थानीय मीडिया के अनुसार राष्ट्र में व्याप्त तनावपूर्ण राजनैतिक स्थिति इस यात्रा को रद्द करने का कारण हो सकती है। नेपाल की 80 प्रतिशत जनता हिन्दू धर्मानुयायी है जो संविधान में धर्मनिर्पेक्षता का विरोध कर रही है। कट्टरपंथी हिन्दुओं का मानना है कि नेपाल को पुनः एक हिन्दू राज्य घोषित किया जाना चाहिये। उन्होंने यह आशंका भी व्यक्त की है कि संविधान में धर्मनिर्पेक्षता को जोड़ देने से धर्मान्तरण शुरु हो जायेगा।

इस बीच, कोलकाता में 14 सितम्बर को एक सम्मेलन को सम्बोधित कर कार्डिनल फिलोनी ने कहा था, "कलीसिया धर्मान्तरण से विकसित नहीं होती अपितु वह ख्रीस्तीयों के साक्ष्य एवं उनके आचार-व्यवहार के आकर्षण से फलती-फूलती है।   








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