2015-09-03 11:05:00

द्वितीय विश्व युद्ध जैसी त्रासदी अब और नहीं, सन्त पापा की अपील


वाटिकन सिटी, गुरुवार, 3 सितम्बर 2015 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की बरसी पर विश्व में शांति की अपील करते हुए प्रार्थना का आग्रह किया ताकि इस तरह की त्रासदी अब फिर कभी न हो तथा उत्पीड़न, शस्त्रों की तस्करी का अन्त हो।

02 सितम्बर,1945 ई. को, जापान के समर्पण के उपरान्त, द्वितीय विश्व युद्ध का अन्त हुआ था। इस महत्वपूर्ण बरसी के उपलक्ष्य में शांति की अपील करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने बुधवार को साप्ताहिक आम दर्शन समारोह के अवसर पर उपस्थित तीर्थयात्रियों को सम्बोधित कर कहाः

"इन दिनों सुदूर पूर्व में भी द्वितीय विश्व युद्ध के अन्त को याद किया जा रहा है। सबके ईश्वर से मैं अपनी आर्त याचना को नवीकृत करता हूँ ताकि, कुँवारी मरियम की मध्यस्थता से, आज के विश्व को इस तरह की त्रासदियों के भयावह अनुभवों से फिर न गुज़रना पड़े। किन्तु, इनसे वह गुज़र रहा है। यह, विशेष रूप से, उन लोगों की भी उत्कट अभिलाषा है जो इस समय जारी खूनी संघर्षों के शिकार हैं। प्रताड़ित अल्पसंख्यक, उत्पीड़ित ख्रीस्तीय धर्मानुयायी, विनाश का दिवालियापन और फिर वे लोग जो शस्त्रों का उत्पादन और उनकी तस्करी करते हैं। ऐसे शस्त्र जो रक्त रंजित हैं, शस्त्र जो असंख्य निर्दोष लोगों के खून से रंगे हुए हैं।"

सन्त पापा ने कहा, "युद्ध अब और कभी नहीं! यही है वह चीखती पुकार जो हमारे हृदयों से निकल कर तथा सभी शुभचिन्तक स्त्री पुरुषों के हृदयों से निकलकर शांति के राजकुमार तक पहुँचती है।"








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