दमिश्क, मंगलवार, 25 अगस्त 2015 (एशियान्यूज़): सिरिया के पालमीरा नगर में इस्लामिक स्टेट आई एस आतंकवादी संगठन के लड़ाकाओं ने एक प्राचीन ऐतिहासिक मन्दिर को ध्वस्त कर दिया है।
सिरिया में एक गवाह ने बालशामिन मंदिर को ध्वस्त किये जाने की पुष्टि की है। संयुक्त राष्ट्र संघीय शिक्षा, विज्ञान एवं संस्कृति सम्बन्धी संगठन यूनेस्को ने इस प्राचीन मन्दिर के नष्ट किये जाने को "युद्ध अपराध" निरूपित किया है।
यूनेस्को में "विश्व विरासत केन्द्र" के निर्देशक किशोर राव ने एसोसियेटेड प्रेस से कहा कि "प्राचीन पालमीरा नखलिस्तान नगर के स्मारक रोमी साम्राज्य, फारस, चीन एवं भारत के बीच एक चौराहे पर था जिसकी उत्कृष्ट वास्तुकला मानव की रचनात्मक प्रतिभा का वैभवशाली उदाहरण है।"
उन्होंने कहा, "पालमीरा के किसी भी क्षेत्र का ध्वस्त किया जाना निन्दनीय है।"
सीरिया के प्राचीन कलाकृति विभाग के प्रमुख का कहना है कि मंदिर को रविवार को उड़ा दिया गया था। हालांकि ब्रिटेन स्थित सीरियाई मानवाधिकार संगठन के अनुसार यह घटना एक महीने पहले की ही है।
सीरिया के प्राचीन कलाकृति विभाग के प्रमुख मामून अब्दुल करीम ने पत्रकारों को बताया कि आईएस के चरमपंथियों ने बाल्शेमिन मंदिर में बड़ी मात्रा में विस्फोटक रख दिया था और उसके बाद उसे ध्वस्त कर दिया। पालमीरा के निवासियों का भी कहना है कि आईएस ने मंदिर के भीतर विस्फोटक रखा था।
पिछले महीने ही आईएस ने कुछ तस्वीरें प्रकाशित की थीं जिसमें चरमपंथियों को पालमीरा के मंदिर से लूटी हुई क़ीमतीं चीजों और मूर्तियों को नष्ट करते हुए दिखाया गया था।
इस्लामिक स्टेट के आईएस आतंकवादी संगठन ने इस वर्ष मई माह में पालमीरा नगर पर कब्ज़ा किया था। उसी समय से यह चिन्ता व्यक्त की जाती रही थी कि यूनेस्को द्वारा विश्व की धरोहर घोषित स्मारकों को ध्वस्त किया जा सकता था।
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