2015-08-21 12:07:00

बंगलादेशी ख्रीस्तीयों ने बच्चों के हत्यारों को न्यायोचित दण्ड की मांग की


 ढाका, शुक्रवार, 20 अगस्त 2015, (ऊका न्यूज़) बंगलादेश के ख्रीस्तीयों ने बच्चों की हत्या पर रोक लगाने तथा अपराधियों को न्यायोचित दण्ड प्रदान करने की मांग की है।  

बंगलादेश के ढाका में हजारों ख्रीस्तीयों ने मानव श्रृंखला में भाग लेते हुए, 20 अगस्त को एक जुलूस निकाला और हाल में अलग-अलग भीड़ द्वारा मारे गये चार बच्चों के लिए न्याय की माँग की।

प्रर्दशनकारियों ने मृत बच्चों की अनंत शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि सरकार ने दोषियों को सज़ा दिलाने और कमाजोर बच्चों की सुरक्षा हेतु पर्याप्त कदम नहीं उठायें हैं।

बंगलादेश के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की न्याय और शांति समिति के अध्यक्ष फादर थोमस रोजारियो ने ढाका के राष्ट्रीय प्रेस क्लब समक्ष प्रर्दशन के दौरान कहा, "बच्चों की सुरक्षा के लिए नियम-कानून की व्यवस्था है लेकिन वे लागू नहीं किये जाते। हमारी लापरवाही मासूम बच्चों के भविष्य को नष्ट कर रहा है।"

विदित हो हत्या की हालिया घटना 17 अगस्त को ढाका में हुई। तीन लोगों पर कथित तौर से मोहम्मद रज़ा की पिटाई का आरोप है, जो मोबाईल चोरी में पकड़ा गया था। सिर्फ पांच सप्ताह के अन्तराल में रज़ा उग्र भीड़ का चौथा शिकार बना।

8 जुलाई, को 13 वर्षीय समुएल आलम, जो पूर्वोत्तर सिलहट शहर में एक सब्जी विक्रेता था कथित तौर पर एक वैन चोरी के लिए मौत के घात उतार दिया गया था। उसकी हत्या एक सेलफोन पर दर्ज की गई और ऑनलाइन में साझा किया गया था।

4 अगस्त को 12 वर्षीय मुहम्मद रकीब की, खुलना के दक्षिणी शहर में कथित तौर पर प्रताड़ित कर अपने ही नियोक्ता द्वारा हत्या कर दी गई क्योंकि वह एक प्रतिस्पर्धी कंपनी में शामिल हो गया था और 10 वर्षीय ऱबीऊल को मछली चोरी के आरोप में उसके ही पड़ोसी ने दक्षिणी बुगुना ज़िले में मार डाला।

फादर थोमस ने कहा कि मौजूदा कानून के अनुसार बच्चों के खिलाफ शारीरिक हिंसा के लिए 10 साल की न्यूनतम सज़ा और हत्या के लिए मौत की सज़ा का प्रवधान है, लेकिन कभी इन कानूनों का कड़ाई से पालन नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि  सरकार की लापरवाही बच्चों की हत्याओं के प्रमुख कारणों में से एक है।








All the contents on this site are copyrighted ©.