2015-08-18 11:40:00

हँगरी के कार्डिनल लाज़लो पास्काई के निधन पर सन्त पापा का शोक सन्देश


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 18 अगस्त 2015 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कार्डिनल लाज़लो पास्काई के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एक तार सन्देश प्रेषित किया है। 

हँगरी में एस्तरगोम-बुडापेस्ट के सेवानिवृत्त महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल लाज़लो पास्काई का, सोमवार, 17 अगस्त को देहान्त हो गया था।

88 वर्षीय कार्डिनल पास्काई कुछ समय से कैंसर रोग से पीड़ित थे। वाटिकन द्वारा प्रकाशित एक विज्ञप्ति के अनुसार दिवंगत कार्डिनल की अन्तयेष्टि हँगरी के एस्तरगोम-बुडापेस्ट महागिरजाघर में, शनिवार, 22 अगस्त के लिये तय की गई है।

शोक सन्देश में सन्त पापा ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति हेतु प्रभु ईश्वर से करुणा की याचना की। उन्होंने कार्डिनल पास्काई द्वारा काथलिक कलीसिया को अर्पित सेवाओं का स्मरण कर उनके प्रति भावभीनी श्रद्धान्जलि अर्पित की। 

कार्डिनल लाज़लो पास्काई का जन्म, हँगरी के सेज्ड नगर में, 08 मई, सन् 1927 ई. को हुआ था। 03 मार्च सन् 1951 ई. को आप पुरोहित अभिषिक्त किये गये थे। ईशशास्त्र में डॉक्टरेड की उपाधि पा लेने के बाद, सन् 1955 से 1962 ई. तक, आप सेज्ड नगर स्थित काथलिक गुरुकुल में ईशशास्त्र एवं धर्मतत्वविज्ञान के प्राध्यापक रहे थे।

सन् 1965 ई. में आपको बुडापेस्ट के गुरुकुल का प्राचार्य नियुक्त कर दिया गया था। इस पद पर आप सन् 1973 तक बने रहे।

05 अप्रैल, सन् 1978 ई. को सन्त पापा पौल षष्टम ने आपको बावागालियाना तथा वेस्प्रेम का धर्माध्यक्ष नियुक्त किया था। सन् 1982 में आप एस्तरगोम-बुडापेस्ट के महाधर्माध्यक्ष पद पर प्रतिष्ठापित किये गये तथा 1990 में हंगरी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष नियुक्त किये गये थे। इस पद पर आप 2002 में अपनी सेवानिवृत्ति तक कार्य करते थे।

सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने 28 जून सन् 1988 ई. को महाधर्माध्यक्ष लाज़लो पास्काई को कलीसिया के राजकुमार की पदवी प्रदान करते हुए कार्डिनल घोषित किया था।

कार्डिनल लाज़लो पास्काई के निधन के साथ ही काथलिक कलीसिया में कार्डिनलों की संख्या अब 219 रह गई है। इनमें 120 कार्डिनल अस्सी वर्ष की आयु से कम उम्र के होने के नाते भावी सन्त पापा के चुनाव में मतदान के अधिकारी है। 








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