2015-08-06 11:22:00

प्रेरक मोतीः सन्त होरमिसदास (450-523)


वाटिकन सिटी, 06 अगस्त सन् 2014:

सन्त होरमिसदास का जन्म, सन् 450 ई. में, इटली के रोम शहर के निकटवर्ती फ्रोज़ीनोने में हुआ था। 20 जुलाई, 514 ई. से 523 ई. होरमिसदास रोम के परमाध्यक्ष थे। अपने पुरोहिताभिषेक से पूर्व होरमिसदास विवाहित थे तथा पत्नी के देहान्त के बाद उन्होंने समर्पित जीवन यापन शुरु कर दिया था। होरमिसदास, सन्त पापा सन्त सिलवेरियुस के पिता भी थे।

20 जुलाई सन् 514 ई. को, सन्त पापा, सन्त सिमाखुस के बाद होरमिसदास सन्त पापा नियुक्त किये गये थे तथा 523 ई. तक काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष रहे थे। सन्त पापा होरमिसदास का परमाध्यक्षीय काल कॉन्स्टेनटीनोपल के अकासियुस द्वारा आरम्भ अलगाववाद को दूर करने के लिये विख्यात है। 484 ई. में अकासियुस ने एकस्वाभाववाद के अनुयायियों को शान्त करने के आशय से कलीसिया में अलगाववाद को प्रश्रय दिया था।

सन्त पापा होरमिसदास ने सभी अलग हुए पुरोहितों को पुनः कलीसिया से जोड़ने का प्रयास किया जिसके परिणामस्वरूप 28 मार्च सन् 519 ई. को ग्रीक काथलिक कलीसिया रोम की कलीसिया के साथ एक हो गई तथा कॉन्स्टेनटीनोपल के महागिरजाघर में, विशाल भक्त समुदाय के समक्ष, दोनों कलीसियाओं की एकता का समारोह मनाया गया। इसी प्रकार लाओरेनसियुस के अनुयायियों को भी सन्त पापा होरमिसदास ने काथलिक कलीसिया में पुनः लौटाया तथा विश्वव्यापी कलीसिया पर परमधर्मपीठ के अधिकार की पुनर्प्रतिष्ठापना की। 06 अगस्त सन् 523 ई. को सन्त पापा होरमिसदास का निधन हो गया था। सन्त पापा, सन्त होरमिसदास का पर्व 06 अगस्त को मनाया जाता है।

चिन्तनः प्रभु येसु ख्रीस्त के अनुयायियों के बीच पूर्ण एकता के लिये हम प्रार्थना करें।  








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