2015-07-29 12:14:00

वसईः काथलिक पुरोहित को मिला मराठी साहित्य पुरस्कार


वसई, बुधवार, 29 जुलाई 2015 (ऊका समाचार): मुम्बई उपनगर में वसई धर्मप्रान्त के काथलिक पुरोहित फादर फ्राँसिस डी ब्रिटो को ध्यानोबा तुकाराम पुरस्कार के लिये मनोनीत किया गया है। सोमवार को यह घोषणा की गई।

महाराष्ट्र में जन्में फादर फ्राँसिस डी ब्रिटो मराठी भाषी हैं जिन्होंने "सुबोध बाईबिल" शीर्षक से बाईबिल का मराठी अनुवाद किया है जिसके तीनों संस्करण बिक चुके हैं।

पुरस्कार के बारे में सुनने के बाद डीएनए समाचार पत्र से फादर ब्रिटो ने कहा, "मैं बहुत प्रसन्न हूँ क्योंकि मेरा विचार है कि यह भारत की धर्मनिर्पेक्षता को दी गई मान्यता है जो सब धर्मों का सम्मान करती तथा उन्हें बराबर का मानती है।"

उन्होंने कहा कि बाईबिल पर उन्हें दिया जा रहा पुरस्कार दर्शाता है कि "सरकार भारतीय संविधान के धर्मनिर्पेक्ष आदर्शों को बरकरार रखे हुए है। मैं हर्षित हूँ कि पवित्र बाईबिल को मराठी पाठकों तक पहुँचाकर मैं मराठी साहित्य में कुछ योगदान दे सका।"  

फादर फ्राँसिस डी ब्रिटो से पूर्व 17 वीं शताब्दी के ब्रिटिश मिशनरी थॉमस स्टीवन्स ने पवित्र धर्मग्रन्थ बाईबिल का अनुवाद मराठी भाषा में किया था।

उक्त पुरस्कार से पहले फादर फ्राँसिस डी ब्रिटो को 2013 में सर्वोत्तम अनुवाद के लिये राज्य के साहित्य पुरस्कार तथा सन् 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।    








All the contents on this site are copyrighted ©.