नई दिल्ली, बुधवार, 29 जुलाई सन् 2015(ऊका समाचार): भारत के काथलिक धर्माध्यक्षों ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम के निधन पर गहन संवेदना व्यक्त की है। 84 वर्षीय डॉ. एपीजे कलाम का देहान्त हृदयाघात से सोमवार को शिलोंग में हो गया था।
पूर्व राष्ट्रपति को एक महान दूरदर्शी निरूपित कर काथलिक धर्माध्यक्षों ने एक बयान में कहा, "कलाम उन हज़ारों युवाओं एवं बच्चों के लिये प्रेरणा का स्रोत थे जिनके साथ उन्होंने अपनी प्रज्ञा, विवेक एवं अपने अनुभव को साझा किया था तथा एक बेहतर भविष्य, एक समृद्ध भारत एवं रहने योग्य एक सुरक्षित ग्रह हेतु काम करने के लिये प्रेरित किया था।"
काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के उप महासचिव फादर जोसफ चिन्नायन के नेतृत्व में मंगलवार को दिवंगत आत्मा को पुष्पांजलि अर्पित की गई।
भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल बाज़िलेयओस क्लेमिस ने अपने बयान में कहा कि 2007 में राष्ट्रपति पद पर अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले, "एपीजे कलाम केवल "लोगों के राष्ट्रपति" रूप में ही नहीं बल्कि भारत के सबसे शानदार राजनेताओं में से एक तथा विश्वव्यापी नागरिक रूप में भी विख्यात थे जिन्होंने अपने सहज, सरल और विनम्र आचार व्यवहार से लोगों का दिल जीत लिया था।
कार्डिनल क्लेमिस ने कहा, "काथलिक धर्माध्यक्ष कृतज्ञतापूर्वक उन असंख्य अवसरों को याद करते हैं जब डॉ. कलाम ने देश एवं विदेशों में भी सार्वजनिक रूप से राष्ट्र की प्रगति और विकास में भारत की काथलिक कलीसिया के योगदानों की सराहना की थी।"
डॉ. अब्दुल कलाम का अंतिम संस्कार रामेश्वरम में 30 जुलाई को 11.30 बजे पूर्ण सैन्य सम्मान सहित सम्पन्न होगा।
All the contents on this site are copyrighted ©. |