2015-07-25 15:34:00

ख्रीस्तीयों को विश्वास का साक्ष्य देने की आवश्यकता है


थाईलैण्ड पातया, शनिवार 25 जुलाई 2015 (उकान न्युज़): संत पापा फ्रांसिस ने कहा, "ख्रीस्तीयों को विश्वास का साक्ष्य देने की आवश्यकता है।"

समर्पित जीवन और नव सुसमाचार प्रचार विषय पर, थाइलैण्ड के पातया में चल रहे पाँच दिवसीय,  एशिया संघोष्टी में, कार्डिनल डे अविज़ ने संत पापा के उक्त वचनों पर टिप्पणी करते हुए कहा,

"हम यह नहीं कहते कि हम पापी नहीं हैं, लेकिन संत पापा हमें याद दिलाते हुए कहते हैं कि जो अपने को पापी नहीं स्वीकरता वह मानव नहीं है।" संत पापा के बातों पर बल देते हुए, समर्पित जीवन और प्रेरिताई के लिए गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल डे अविज़ ने कहा, "ईश्वर सभी पापियों को प्यार करते हैं लेकिन ईश्वर उसे प्यार नहीं करते जो एकदम भ्रष्टाचार से भरे हैं।"  

उन्होंने कहा, "एशिया में विभिन्न धर्मों का अस्तित्व है जहाँ हमें सच्चाई के साथ जीवन जीने की अवश्यकता है। जो बातें किसी धर्म में अच्छा, सुन्दर और सच्चा है वह हम ख्रीस्तीयों से भी जुड़ा है, लेकिन बहुधा यह हमें ख्रीस्त का साक्ष्य देने में मदद नहीं करता।"

उन्होंने आगे कहा, "मैं सोचता हूँ यह अवश्यक है कि हम स्थानीय लोगों की संस्क़ृति और मूल्यों के प्रति अपनी मानसिकता खुला रखें, विशेषकर, उन लोगों के लिए जो ग़रीब हैं, सताये जाते हैं, और जो अप्रावसी हैं।"      

संत पापा के नये विश्वपत्र, "लौदातो सी" का जिक्र करते हुए कार्डिनल ने कहा कि यह पृथ्वी के सभी लोगों को संबोधित करता है। "प्रकृति से हमारा संबंध प्रेम का होना चाहिए क्योंकि हम सभी इससे जुड़े हैं और यह हमारे विश्वास का अंग है। संत पापा ने अपने विश्वपत्र में हमें एक अच्छा व्याख्यान दिया है, जो पर्यावरण के रख-रखाव के खिलाफ है वह मानवता के खिलाफ है।"

विदित हो की कार्डिनल डे अविज़ संत पापा के निकटतम कार्डिनलों में से एक है जिनके साथ संत पापा खुले रूप में अपने विचारों का अदान-प्रदान करते हैं।








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