2015-07-24 12:45:00

न्यू यॉर्कः मध्यपूर्व की समस्याओं का उपयुक्त समाधान ढूँढ़ने की मांग


न्यू यॉर्क, शुक्रवार, 24 जुलाई 2015 (सेदोक): संयुक्त राष्ट्र संघ में परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक तथा वाटिकन के वरिष्ठ महाधर्माध्यक्ष बेरनारदीतो आऊज़ा ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया है कि वह मध्यपूर्व के देशों में व्याप्त समस्याओं का उपयुक्त समाधान खोजे।

गुरुवार, 23 जुलाई को, न्यू यॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघीय सुरक्षा परिषद में फिलीस्तीन सहित मध्यपूर्व के विभिन्न देशों में व्याप्त समस्याओं पर विचार-विमर्श सत्र में बोलते हुए महाधर्माध्यक्ष आऊज़ा ने कहा कि परमधर्मपीठ, मध्यपूर्व में व्याप्त ख़तरनाक स्थिति पर नज़र रखे हुए है तथा चाहती है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय शीघ्रातिशीघ्र उपयुक्त समाधान खोजे।

उन्होंने कहा, "दुर्भाग्यवश ऐसा प्रतीत होता है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय मध्यपूर्व के संघर्षों का आदी हो गया है तथा उपयुक्त समाधान खोजने के लिये उत्सुक नहीं है।"

सिरिया की स्थिति पर उन्होंने कहा, "सिरिया में व्याप्त नाटकीय मानवतावादी स्थिति देश की पचास प्रतिशत जनसंख्या को प्रभावित कर रही है जिसके समाधान हेतु नवीकृत समर्पण की आवश्यकता है ताकि संघर्ष की समाप्ति हेतु राजनैतिक समाधान ढूँढ़ा जा सके।"

उन्होंने कहा कि सिरिया तथा उसी प्रकार ईराक में संघर्षों की समाप्ति तब ही हो सकेगी जब कुछ निजी स्वार्थों को भुलाकर लोगों की प्राथमिकताओं पर ध्यान दिया जायेगा। 

फिलीस्तीन की समस्या के प्रति ध्यान आकर्षित कराते हुए उन्होंने इस वर्ष जून माह में परमधर्मपीठ तथा फिलीस्तीन के बीच हुए समझौते के प्रति ध्यान आकर्षित कराया। इस समझौते के तहत फिलीस्तीन को अन्तरराष्ट्रीय समर्थन देने तथा उसे संयुक्त राष्ट्र संघ में पर्यवेक्षक रूप में मान्यता देने की बात कही गई है।

महाधर्माध्यक्ष ने आशा व्यक्त की कि उक्त समझौता अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के लिये प्रेरणा का स्रोत सिद्ध होगा तथा फिलीस्तीन और इस्राएल के बीच व्याप्त दीर्घकालीन संघर्ष का अन्त दो अलग-अलग राज्यों के समाधान रूप में ढूँढा जा सकेगा।    








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