2015-07-21 12:22:00

भोपालः मध्यप्रदेश में भारी वर्षा से लगभग 5000 विस्थापित


भोपाल, मंगलवार, 21 जुलाई 2015 (ऊका समाचार): पश्चिमी मध्यप्रदेश के मालवा- निमाड़ क्षेत्र में जारी घनघोर वर्षा के कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है जिसमें अब तक कम से कम सात लोगों के मरने, तीन व्यक्तियों के लापता होने तथा लगभग 5000 लोगों के विस्थापित होने की ख़बर मिली है।

उज्जैन के काथलिक धर्माध्यक्ष सेबास्टियन वाडाक्काल ने ऊका समाचार को बताया कि उज्जैन ज़िले के कई गाँव पानी से भर गये हैं तथा लोग सुरक्षित स्थानों पर ले जाये जाने का इन्तज़ार कर रहे हैं। धर्माध्यक्ष ने बताया कि लगभग 2000 लोग रेलवे स्टेशन पर तथा सैकड़ों लोग अस्थायी स्थलों पर शरण ले रहे हैं।

धर्माध्यक्ष वाडाक्काल ने बताया कि सरकार प्रभावित लोगों को भोजन और जल उपलब्ध करा रही है जबकि उज्जैन ज़िले के सभी स्कूल बन्द कर दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि कलीसियाई कार्यकर्त्ता स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं तथा ज़रूरत पड़ने पर बचाव एवं राहत कार्यों में जुटने के लिये तैयार हैं किन्तु इसके लिये सरकार से अनुमति लेना ज़रूरी है।

मध्यप्रदेश के अधिकारियों तथा कलीसियाई सूत्रों के अनुसार 19 जुलाई के बाद से लगातार हो रही वर्षा के चलते मालवा-निमाड़ क्षेत्र में बाढ़ के हालात बन गये हैं। बाढ़ की वजह से अब तक करीब 1000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उज्जैन में पिछले दो दिन से लगातार पानी भरा हुआ है। इन्दौर, नरसिंहगढ़, आष्टा, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, नीमच आदि शहरों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

बाढ़ के मद्देनजर सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई तथा सेना से मदद का आग्रह किया। उन्होंने सभी जिलो में आपदा प्रबंधन दल तैयार रखने और बाढ़ संभावित क्षेत्रों से लोगों को तत्काल बाहर निकालने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं।

इस बीच, भीषण वर्षा के चलते सोमवार को इन्दौर-भोपाल राजमार्ग कई घंटे तक बंद रहा। कई प्रमुख शहरों से भोपाल का संपर्क भी कटा हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल, होशंगाबाद, इन्दौर, उज्जैन, नीमच, मंदसौर और ग्वालियर में अगले 48 घंटे में भारी बारिश होने की संभावना है।








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