2015-07-18 16:06:00

वैश्विक अर्थव्यवस्था में देशों की चुनौतियाँ


वाटिकन सिटी, शनिवार, 18 जुलाई 2015 (वीआर सेदोक)꞉ वाटिकन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्मरण दिलाया कि कई देशों को अभी भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

संयुक्त राष्ट्र में वाटिकन के स्थायी प्रेक्षक महाधर्माध्यक्ष बेर्नारदितो औज़ा ने कहा कि कई देश वैश्विक अर्थव्यवस्था में भाग लेने में असमर्थ हैं तथा उनकी असमर्थता तब तक जारी रहेगी जब तक कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय उनकी समस्या के समाधान हेतु मदद न करे। 

उन्होंने कहा, ″जिस प्रकार संत पापा फ्राँसिस ने अपने प्रेरितक पत्र ″लाओदातो सी″ में कहा है कि विकास का प्रयास तब तक आगे नहीं बढ़ सकता है जब तक कि जन कल्याण के लक्ष्य को नजरंदाज करते हुए विभिन्न देश खुद की ही भलाई पर अधिक ध्यान देते रहें।″

उन्होंने कहा कि विश्व की ग़रीबी तथा भूख की समस्या के समाधान को मात्र बाज़ार की ताक़तों पर छोड़ा नहीं जा सकता। महाधर्माध्यक्ष ने कहा, ″ग़रीबी और कुपोषण का उन्मूलन, खासकर, अत्यधिक गरीबी और स्थायी भूख के निराकरण के लिए, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान, सद्भावना एवं सामाजिक न्याय जैसे नैतिक मूल्यों की स्वीकृति, बाज़ार का प्रभाव तथा संयुक्त राजनीतिक इच्छा शक्ति को एक साथ मिलाना होगा।″

 

 








All the contents on this site are copyrighted ©.