2015-07-12 12:47:00

पारागुए में येसु धर्मसमाज के योगदान को सन्त पापा ने किया याद


आसुनसियोन, रविवार, 12 जुलाई 2015 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने शनिवार को पारागुए की राजधानी आसुनसियोन के सान होज़े स्कूल के स्टेडियम में नागर समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात की तथा शहर के महागिरजाघर में पुरोहितों एवं धर्मसमाजियों के लिये सान्ध्य वन्दना का नेतृत्व कर उन्हें सम्बोधित किया।

इन अवसरों पर उन्होंने स्पानी उपनिवेशियों के काल में पारागुए में येसु धर्मसमाज के मिशन एवं योगदान को याद किया जिन्होंने दक्षिण अमरीका के इस कोने में ख्रीस्तीय धर्म के प्रचार के साथ- साथ यूरोपीय शैली की शिक्षा तथा अमरीकी आदिवासियों की अर्थ व्यवस्था के प्रबन्धन का सूत्रपात किया था।

पारागुए में येसुधर्मसमाजियों द्वारा लाये गये परिवर्तन वास्तव में आदर्श सामाजिक एवं आर्थिक अनुभव सिद्ध हुए थे जिनपर सन् 1986 में "द मिशन्स" शीर्षक से एक महत्वपूर्ण फिल्म का भी निर्माण किया गया था। शनिवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि वे मिशन कार्य "इतिहास में सुसमाचार प्रचार तथा सामाजिक संरचना एवं व्यवस्थापन के अत्यधिक महत्वपूर्ण अनुभवों में से थे।"   

सन्त पापा ने कहा, "वहाँ सुसमाचार, उन समुदायों की आत्मा एवं प्राण बना जिन्हें भूख, बेरोज़गारी, निरक्षरता एवं दमन का कोई ज्ञान नहीं था।" सन्त पापा ने कहा कि पारागुए में उस युग के येसु धर्मसमाज के मिशनरियों का ऐतिहासिक अनुभव दर्शाता है कि आज भी, मानव के प्रति अभिमुख समाज का निर्माण सम्भव है।"   

ग़ौरतलब है कि येसुधर्मसमाजियों ने 17 वीं और 18 वीं शताब्दी में, स्पानी उपनिवेशवाद के विकल्प स्वरूप, पारागुए में अपने मिशन की आधारशिला रखी थी। "1549 से 2000 तक लातीनी अमरीका में येसुधर्मसमाजी" शीर्षक से जेफरी क्लाईबर द्वारा रचित इतिहास के अनुसार येसु धर्मसमाज का मिशन स्पानी शासकों से स्वायत्त था ताकि उपनिवेशियों के दुर्व्यवहार और दमन से पारागुए के ग्वारानी आदिवासियों की रक्षा की जा सके जो उन्हें केवल मज़दूरी का स्रोत मानते थे। येसुधर्मसमाज का मिशन सामाजिक और आर्थिक रूप से भी सफल रहा इसलिये के वह पारागुए के ग्वारानी देशज लोगों एवं उनकी व्यथाओं के समीप था।   








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