2015-07-11 15:57:00

देश के विकास की माप व्यक्ति की सम्पूर्ण प्रतिष्ठा में


असुनसोन, शनिवार, 11 जुलाई 2015 (वीआर सेदोक)꞉ पाराग्वे के असुनसोन शहर स्थित राष्ट्रपतिभवन में शुक्रवार 10 जुलाई को संत पापा फ्राँसिस ने पाराग्वे के राष्ट्रपति होरासियो कार्तेस एवं सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की तथा उनके आतिथ्य सत्कार की सराहना की।

उन्होंने कहा, ″पाराग्वे को अमरीका के दिल के रूप में जाना जाता है न केवल इसकी भौगोलिक स्थिति के कारण किन्तु इसके आतिथ्य सत्कार तथा लोगों के साथ मित्रता के व्यवहार के कारण।″

संत पापा ने देश के दुखद इतिहास की याद करते हुए कहा कि अपनी आजादी के प्रथम दिन से ही पाराग्वे को युद्ध, भ्रातृवध से संबंधित संघर्ष, परतंत्रता तथा मानव अधिकार के कारण घोर दुःख सहना पड़ा है। अत्यधिक पीड़ा एवं मृत्यु का सामना करना पड़ा है किन्तु पाराग्वे के लोगों ने मुसीबत से ऊपर उठने तथा देश में समृद्धि एवं शांति स्थापित करने में एक सराहनीय भावना प्रदर्शित की है।

संत पापा ने इतिहास के महान लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पाराग्वे की उन महिलाओं की सराहना की जिन्होंने देश के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने माता, पत्नी एवं विधवाओं के रूप में परिवार एवं देश को आगे बढ़ाने के बड़े भार का वहन किया तथा नयी पीढ़ी के बीच भविष्य की आशा जगायी।

संत पापा ने कहा कि वह समाज जो अपने अतीत को भूल जाता है अपने इतिहास एवं मूल की याद नहीं रखता उसका कोई भविष्य नहीं है। परिवार जो न्याय पर टिकी हो तथा सभी प्रकार के बदले की भावना का बहिष्कार करता हो वह अपने भूत से प्रेरणा पाकर, एक शांतिमय भविष्य का निर्माण कर सकता है। यह युद्ध के विनाश एवं अर्थहीनता का भी स्मरण दिलाता है।

संत पापा ने कहा कि भाइयों के बीच युद्ध का अंत हो, हम सदा शांति का निर्माण करें जो दिन प्रतिदिन बढ़ता जाए जिसे हम अपने दैनिक जीवन में अनुभव कर सकें। ऐसी शांति जिसके लिए हर व्यक्ति अपना अक्खड़पन, कड़े शब्दों एवं तिरस्कार की भावना को छोड़कर समझदारी, वार्ता एवं सहयोग को अपनाये।

संत पापा ने प्रजातांत्रिक ढाँचे एवं संस्थाओं को मजबूत बनाये रखने के लिए कार्य करने का प्रोत्साहन दिया ताकि देश के लोगों की वैध आकांक्षाओं का उत्तर दिया जा सके।

संत पापा ने वार्ता हेतु प्रोत्साहन देते हुए कहा कि समाज के सभी विभागों में, खासकर सार्वजनिक सेवाओं में मुलाकात की संस्कृति, सम्मान तथा विविधताओं एवं एक- दूसरे के विचारों के समर्थन द्वारा वार्ता को जन कल्याण का माध्यम बनाया जाए।

संत पापा ने सरकारी अधिकारियों को सम्बोधित कर कहा कि वे अपनी सेवा कार्यों में ग़रीबों एवं जरूरतमंद लोगों का अधिक ख्याल रखें। उन्होंने कहा, ″सेवा करने की अभिलाषा एवं सार्वजनिक भलाई करने की चाह में वे ग़रीबों तथा जरूरतमंद लोगों को विशेष स्थान दें। उन्होंने हार्दिक कामना की कि देश में हिंसा, भ्रष्टाचार और नशीली पदार्थों की तस्करी का अंत हो। देश की आर्थिक विकास की माप व्यक्ति की सम्पूर्ण प्रतिष्ठा से की जाए, विशेषकर, अत्यन्त कमजोर एवं असहाय लोगों की प्रतिष्ठा को ध्यान में रखकर।

संत पापा ने पाराग्वे में न्यायपूर्ण और समावेशी समाज के निर्माण में कलीसिया के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया जहाँ सभी शांति एवं सद्भावना के साथ जी सकें। उन्होंने कहा कि ईश्वर में हमारा विश्वास हमें आगे बढ़ने हेतु प्रेरित कर रहा है। ख्रीस्त हमारे लिए करुणा का द्वार खोल दे ताकि हम न्याय की स्थापना करें तथा उदारता के कार्यों से प्रेरित हों जिससे कि पाराग्वे रूपी बृहद परिवार का कोई भी सदस्य दरकिनार न किये जाएँ।

     

 

 

 

 








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